कोटा। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा, भोपाल और जबलपुर मंडल में संरक्षा के लिए ड्रोन कैमरे से निगरानी के बाद अब ड्रोन से रेल परिसरों में पड़े स्क्रैप का भी पता लगाया जाएगा। नॉन इंटरलॉकिंग कार्य की तैयारी और विशेष अवसरों पर उमडऩे वाली भीड़ की निगरानी भी अब रेलवे ड्रोन की सहायता से करेगा।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी गुंजन गुप्ता ने बताया कि अब जोन में राहत एवं बचाव अभियान की निगरानी करने, महत्वपूर्ण कार्यों की प्रगति का जायजा लेने के लिए भी ड्रोन की तैनातगी की जाएगी। इस तरह ड्रोन का उपयोग करने वाला पश्चिम मध्य रेलवे देश का पहला जोन है।
कोटा मंडल में अभी तक चंबल ब्रिज पर और डकानिया तलाब यार्ड पर की निगरानी के लिए ड्रोन का उपयोग किया जा रहा था।कोटा मंडल के लिए जल्द उच्च क्षमता का ड्रोन खरीदा जाएगा। यह सतह से 200 मीटर की ऊंचाई और 4 किमी की परिधि में उड़ सकेगा। पश्चिम मध्य रेलवे के जोन मुख्यालय जबलपुर में उच्च क्षमता के ड्रोन का प्रदर्शन किया गया।