कोटा। भक्ति रस में डूबे एक साथ 25 हजार स्टूडेंट्स। छम-छम नाचे देखो वीर हनुमाना.., कीर्तन की है भोर बाबा आज थाने आनो है…., मेरी लगी श्याम संग प्रीत दुनिया क्या जाने….., राम नाम अति मीठा है, कोई गाकर देख ले….सहित कई भजनों पर स्टूडेंट्स नाचते और झूमते रहे। मौका था एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित भक्ति की पाठशाला का।
जिसका आयोजन कुन्हाड़ी स्थित लैंडमार्क परिसर में किया गया था। यहां भगवान जानकी वल्लभ की आकर्षक झांकी सजाई गई। भक्ति भजनों पर कलाकारों ने भी प्रस्तुतियां दी। संस्था के निदेशक गोविंद माहेश्वरी, राजेश माहेश्वरी, नवीन माहेश्वरी बृजेश माहेश्वरी ने संयुक्त रूप से भक्ति भजन गाए। हजारों विद्यार्थी भक्ति की इस पाठशाला में मगन हो गए और भजनों पर झूमने लगे।
निदेशक गोविंद माहेश्वरी ने विद्यार्थियों को भक्ति भजनों के साथ-साथ जीवन की सीख भी दी। भजन के साथ विद्यार्थियों को जीवन में धैर्य, धर्म, ध्यान और संस्कारों का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि हमें धैर्य रखते हुए पढ़ाई करनी है। धीरे-धीरे रोज पढ़ें, लेकिन नियमित पढ़ें।
माहेश्वरी ने कहा कि भजनों के माध्यम से बच्चे रिलेक्स भी हुए और आध्यात्म से भी उनका मिलन हुआ। पढ़ाई के दौरान बच्चे आध्यात्म के लिए अधिक समय नहीं निकाल पाते हैं। इसी कारण ऐसे आयोजनों से बच्चे अपनी संस्कृति के साथ आध्यात्म से भी जुड़ते हैं। जो उनकी मानसिक शांति के लिए आवश्यक है।