नई दिल्ली। नए साल में रुपए में मजबूती जारी है। मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 63.50 के स्तर पर आ गया जो रुपए के लिहाज से पिछले ढाई साल का हाई है। इसके पहले रुपया जून 2015 में इस स्तर पर था। ग्लोबल मार्केट में बैंकर्स और एक्सपोर्टर्स द्वारा अमेरिकल करंसी की बिकवाली से रुपए में डॉलर के मुकाबले मजबूती आई है।
डॉलर इंडेक्स में लगातार कमजोरी
रुपए में साल 2017 की शुरूआतत से ही मजबूती जारी है और पिछले एक साल के दौरान रुपया 7 फीसदी तक मजूबत हो चुका है। वहीं, इस दौरान डॉलर इंडेक्स लगातार कमजोर हुआ है। डालर इंडेक्स 92 के स्तर पर आ गया है, जो 2017 की शुरूआत में 102 के ऊपर था।
साल के पहले दिन ही 18 पैसे मजबूत
1 जनवरी यानी सोमवार को रुपया, डॉलर के मुकाबले 63.68 के भाव पर आ गया था जो 5 अगस्त 2017 के बाद सबसे ज्यादा था। एक दिन में रुपए में 18 पैसे की मजबूती देखी गई।वहीं, आज के कारोबार में रुपए में फिर 20 पैसे से ज्यादा की मजबूती देखी गई।
इन वजहों से मजबूत हुआ रुपया
एक्सपर्ट्स का कहना है कि एफआईआई का डेट सिक्युरिटीज में बढ़ता निवेश, स्टॉक मार्केट में तेजी और सरकार के द्वारा जारी रिफॉर्म से रुपए को लगातार सपोर्ट मिला है। डॉलर में नरमी से भी रुपए को सहारा मिला है।
जिसकी वजह से रुपया मजबूत हुआ है। बता दें कि इस साल की शुरूआत में डॉलर के मुकाबले रुपया 68.06 के स्तर पर था, जो अब करीब 7 फीसदी मजबूत होकर 63.50 के स्तर पर पहुंच गया है।