नयी दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने देश में खुदरा व्यापार के लिए एक समान नीति बनाने का भरोसा दिलाया है। खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज जारी बयान में कहा कि खुदरा कारोबारियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई एक बैठक में प्रभु ने यह आासन दिया है।
कैट ने इस दौरान ई-कॉमर्स कंपनियों पर आरोप लगाया कि ये कंपनियां सरकार की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एफडीआई नीति का खुला उल्लंघन करते हुए सीधे उपभोक्ताओं को सामान बेच रही हैं। नीति के अनुसार ये कंपनियां केवल बिजनेस टू बिजनेस ही व्यापार कर सकती हैं। अपने पोर्टल पर ये कंपनियां भारी छूट देकर कीमतें प्रभावित करती हैं जो अवैद्य है।
कैट ने कहा कि प्रभु ने कहा कि खुदरा कारोबार में किसी को भी अनुचित प्रक्रिया अपनाने नहीं दी जाएगी। उन्होंने आासन दिया कि इस मुद्दे को सुलझााने के लिए वह शीघ्र ही एक बैठक बुलाएंगे।
कैट द्वारा देश में खुदरा व्यापार के लिए एक व्यापार नीति बनाने की मांग का समर्थन करते हुए प्रभु ने इसे एक दूरगामी कदम बताया। उन्होंने आासन दिया कि जल्दी ही इस बारे में एक नीति बनायी जाएगी।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी.भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खण्डेलवाल ने इन कंपनियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि नीति का उल्लंघन करना इन कंपनियों की आदत है। मीडिया में बड़े पैमाने पर विग्यापन देना सीधे तौर पर उपभोक्ता और उत्पाद की कीमतों को प्रभावित करना है और बाजार पर अपना एकाधिकार स्थापित करना है।