Toll Collection: 2024 में टोल कलेक्शन 70 हजार करोड़ के पार जाने की उम्मीद

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नई दिल्ली। Toll Collection 2024: चालू वित्तीय वर्ष में भारत का टोल कलेक्शन 70,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर सकता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, नई टोल प्लाजा की बढ़ोतरी और आर्थिक गतिविधियों में सुधार के चलते औसत दैनिक कलेक्शन में बढ़ोतरी हो रही है।

1 जनवरी से 22 दिसंबर 2024 तक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन 68,037.60 करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9.2% अधिक है। वहीं, औसत दैनिक कलेक्शन इस वर्ष 191.14 रुपये करोड़ रहा, जो 2023 में 170.66 रुपये करोड़ था।

46,884 किमी सड़कों पर लागू है टोल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वर्ष 2024 में नए टोल प्लाजा जोड़े जाने और लॉजिस्टिक गतिविधियों में तेजी से टोल कलेक्शन में वृद्धि हुई है। वित्त वर्ष 2024 में 94 नए टोल प्लाजा जोड़े गए, जिससे 1 अप्रैल 2024 तक टोल प्लाजा की कुल संख्या 933 हो गई। वित्त वर्ष 2025 के शुरुआती आठ महीनों (1 अप्रैल से 30 नवंबर 2024) में 70 नए टोल प्लाजा जोड़े गए। देश में कुल टोल सड़कों की लंबाई 1 अप्रैल 2023 को 42,595 किमी थी, जो 1 अप्रैल 2024 तक 46,884 किमी हो गई। 2024 में 4,289 किमी का विस्तार हुआ, जबकि चालू वित्त वर्ष में अब तक 3,059.6 किमी जोड़ी गई है।

त्योहारी सीजन में बढ़ा टोल कलेक्शन
रिपोर्ट्स की मानें तो, त्योहारी सीजन और नए टोल प्लाजा जुड़ने से टोल कलेक्शन में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। साल 2024 की दूसरी छमाही में टोल कलेक्शन ने मजबूत रुझान दिखाया है। यह सकारात्मक प्रवृत्ति अगले तिमाही में भी जारी रहने की संभावना जताई जा रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 1,040 टोल प्लाजा हैं, जिनमें से 1,003 राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अंतर्गत आते हैं। यह संगठन सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधीन काम करता है।

1.3 लाख करोड़ के टोल कलेक्शन का लक्ष्य
टोल कलेक्शन के आंकड़ो को देखें तो इसमें लगातार वृद्धि हुई है। पांच साल में टोल कलेक्शन 3 गुना हो गया है। 2018-19 में टोल कलेक्शन 25154.76 करोड़ रुपये था, जो 2022-23 में बढ़ कर 48,028.22 करोड़ रुपये हो गया। केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2030 तक 1.3 लाख करोड़ रुपये के टोल कलेक्शन का लक्ष्य रखा है।