डॉ. वीणा सक्सेना की पुस्तक ‘जीवंत कर्म योग’ एवं ‘प्रारब्ध’ का हुआ विमोचन

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कोटा। भारतीय इतिहास संकलन समिति कोटा के तत्वावधान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय, कोटा में किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. वीणा सक्सेना द्वारा रचित दो पुस्तकों ‘जीवंत कर्म योग’ और ‘प्रारब्ध; का विमोचन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. विजय चंदेल राजकीय कन्या महाविद्यालय कोटा थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में ख्यात साहित्यकार जितेंद्र जी निर्मोही उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त, विशेष आमंत्रित अतिथि प्रोफेसर डी.वी. सक्सेना और कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. चंद्रशेखर सुशील ने की। अन्य प्रमुख उपस्थित जनों में डॉ. अरविंद सक्सेना और मुख्य समन्वयक डॉ. दीपक श्रीवास्तव शामिल थे। इन गणमान्य अतिथियों ने दोनों पुस्तकों का विमोचन किया।

‘जीवंत कर्म योग’ पुस्तक लेखिका के जीवन व्रत, अनुभवों, गीता के ज्ञान और जीवन की कठिनाइयों का सजीव चित्रण प्रस्तुत करती है। वहीं, ‘प्रारब्ध’ उनके अग्रज के संघर्षपूर्ण जीवन की व्यथा-कथा का मार्मिक वर्णन है।

डॉ. वीणा सक्सेना, जो स्कूल शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त रसायन शास्त्र व्याख्याता हैं, ने इन पुस्तकों के माध्यम से अपने अनुभव साझा किए हैं। कार्यक्रम का संचालन प्रभावी ढंग से डॉ. श्वेता सक्सेना ने किया। अंत में, डॉ. वीणा सक्सेना के पुत्र विशाल सक्सेना ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और स्मृति चिन्ह स्वरूप पौधों के गमले भेंट किए गए।