लोगों का अन्धविश्वास दूर कर उन्हें जागरूक करता है ज्योतिष विज्ञान

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कोटा। अथर्वा आदित्य सेवा संस्थान की ओर से दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष महासम्मेलन एवं सम्मान समारोह शनिवार को गीता भवन में प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में यूएमटीआई यूनिवर्सिटी जबलपुर की कुलपति दीप्ति भदोरिया तथा वैदिक ज्योतिषाचार्य एचएस रावत अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।

संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष आदित्य कुमार शास्त्री ने बताया कि महासम्मेलन के दौरान विभिन्न सत्रों में ज्योतिष से जुड़ी बारीकियां को परस्पर साझा किया गया। वहीं ज्योतिष विज्ञान, हस्त रेखा विज्ञान तथा ग्रह नक्षत्र की चाल के बारे में खोजपूर्ण जानकारी दी गई। इस दौरान महिला ज्योतिषियों का भी अलग से व्याख्यान सत्र आयोजित किया गया।

महासम्मेलन में संबोधित करते हुए दीप्ति भदोरिया ने कहा कि ज्योतिष पूर्णतया विज्ञान पर आधारित है। विज्ञान जहां समाप्त होता है, वहां से ज्योतिष शुरू होता है। यह वेद सम्मत विज्ञान है। ज्योतिष लोगों को अंधविश्वास की ओर नहीं ले जाता, बल्कि लोगों को जागरूक करता है।

ज्योतिष समय का ऐसा विज्ञान है। जिसमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग और कर्म का अध्ययन कर भविष्य में होने वाली घटनाओं की सटीक जानकारी दी जा सकती है। एचएस रावत ने नक्षत्र फलादेश पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि नक्षत्र के द्वारा चरित्र, गुण, आचरण के बारे में जाना जा सकता है।

गीतिका शर्मा ने बताया कि सूर्य आत्मा और चंद्रमा मन का कारक है। वहीं बुध बुद्धि का कारक है। राहु केतु छाया ग्रह होते हैं। जब सूर्य, बुध और चंद्रमा से पीड़ित व्यक्ति शनि और मंगल से लिंक हो जाता है तो वह अवसाद ग्रस्त होकर आत्महत्या के बारे में सोचने लगता है। नवीन पाराशर ने हस्तरेखा विज्ञान के बारे में जानकारी दी। आदित्य कुमार शास्त्री ने जन्मदिन मनाने के तरीके का विस्तार से वर्णन किया।

उन्होंने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति से प्रभावित होकर जन्मदिन नहीं मनाएं। उन्होंने बताया कि बच्चों के जन्मदिन पर उसे दूध, तिल, गुड़ का मिश्रण पिलाना चाहिए। जबकि हाथ में सरसों, गूगल और नीम की पत्ती को रेशमी पीले कपड़े में बांधकर रक्षा सूत्र बांधने से दोष दूर होते हैं। संचालन राकेश विजयवर्गीय कृष्णार्थी ने किया। जमनालाल जोशी ने ज्योतिष समस्याओं के निराकरण और उपचार के बारे में बताया।

इस अवसर पर धन्नालाल शास्त्री, मानवेंद्र रावत, दिलीप अवस्थी, केशव सांची, भैरव प्रकाश दाधीच, अमलेश भाई अहमदाबाद, नरेंद्र मोहन गुप्ता, रामप्रसाद शास्त्री, अष्टनाड़ी विशेषज्ञ हरीश रायचूर, आचार्य वशिष्ठ, श्रद्धा मंत्री, महेश मंत्री ने भी जानकारी दी।

संयोजक आशीष दाधीच ने बताया कि रविवार को दो दिवसीय ज्योतिष महासम्मेलन का समापन किया जाएगा। जिसमें नेपाल से साउथ एशिया एस्ट्रो फेडरेशन के अध्यक्ष लक्ष्मणपंथी भाग लेंगे। इस दौरान आयुर्वेद, वास्तु समेत विभिन्न विषयों पर अलग- अलग सत्र आयोजित किए जाएंगे।

दो दर्जन से अधिक सम्मानित
महासम्मेलन के दौरान दो दर्जन से अधिक ज्योतिषियों का ज्योतिष विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने एवं विभिन्न प्रकार के शोध करने पर सम्मानित किया गया। इस दौरान एचएस रावत को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया। वहीं जमनालाल जोशी को एशिया ज्योतिष गौरव के सम्मान से अलंकृत किया गया। मानवेंद्र सिंह रावत को ज्योतिष प्राइड अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।