सरकार ने रियायती दर पर प्याज बेचना शुरू किया, क्या अब बाजार में घटेंगे भाव

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिए है। सरकार ने अपनी एजेंसियों के माध्यम से रियायती भाव पर प्याज बेचने की शुरुआत आज कर दी है। अभी दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में प्याज की बिक्री की जा रही है। सरकार आने वाले दिनों में देश के अन्य शहरों में भी इस रियायती प्याज की बिक्री शुरू करेगी।

केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद वेंकटेश जोशी ने आज नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ लिमिटेड (नेफेड) के माध्यम से दिल्ली-एनसीआर में 35 रुपये प्रति किलो के रियायती भाव पर प्याज की खुदरा बिक्री के लिए मोबाइल वैन को रवाना किया।

जोशी ने कहा कि मूल्य स्थिरीकरण उपायों के माध्यम से कई प्रत्यक्ष हस्तक्षेपों ने हाल के महीने में मुद्रास्फीति दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि बफर स्टॉक से रियायती भाव पर प्याज की खुदरा बिक्री से लोगों को राहत मिलेगी।

केंद्र सरकार ने आज से दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में 35 रुपये के रियायती भाव पर प्याज की बिक्री शुरू की है। सरकार अगले एक सप्ताह में कोलकाता, गुवाहाटी, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलूरु, अहमदाबाद, रायपुर और भुवनेश्वर में सस्ती प्याज की बिक्री शुरू करेगी। इसके साथ ही इस महीने के तीसरे सप्ताह से देश भर में इस प्याज की बिक्री की जाएगी। इसके लिए सरकारी एजेंसियां भारत भर में अन्य सहकारी समितियों और बड़ी खुदरा श्रृंखलाओं के साथ भी गठजोड़ कर रही हैं।

केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा कि हमारे पास रबी फसल से उपलब्ध प्याज का बफर स्टॉक 4.7 लाख टन है। पिछले साल 3 लाख टन प्याज का बफर स्टॉक था। किसानों को इस साल प्याज की अच्छी कीमत मिली है। किसानों को इस रबी सीजन में मंडियों में प्याज के दाम 1,230 से 2,578 रुपये क्विंटल मिले, जबकि पिछले साल ये भाव 693 से 1,205 रुपये क्विंटल मिले थे। इस साल सरकार ने किसानों से बफर स्टॉक के लिए 2,833 रुपये क्विंटल के औसत भाव पर प्याज खरीदी, जबकि पिछले साल 1,724 रुपये क्विंटल के औसत भाव पर खरीदी थी।

खरीफ सीजन में बढ़ा प्याज का रकबा
देश में आगे प्याज की उपलब्धता अच्छी रह सकती है क्योंकि खरीफ सीजन में प्याज की बोआई ज्यादा हुई है। कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2024 में 26 अगस्त तक 2.90 लाख हेक्टेयर में प्याज की बोआई हुई, जो पिछली समान अवधि के 1.94 लाख हेक्टेयर से काफी ज्यादा है। इसके साथ ही किसान और कारोबारियों के पास करीब 38 लाख टन प्याज का भंडारण मौजूद है।