नई दिल्ली। Mustard Price: क्रशिंग मिलों में मांग सामान्य रहने तथा आपूर्ति की स्थिति सुगम होने से 2-8 अगस्त वाले सप्ताह के दौरान सरसों के दाम में 25-50 रुपए की तेजी-मंदी देखी गई। एक-दो मंडी में उतार-चढ़ाव इससे ज्यादा रहा।
42% कंडीशन सरसों: 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का दाम दिल्ली में 50 रुपए सुधरकर 5900 रुपए प्रति क्विंटल तथा जयपुर में भी 50 रुपए बढ़कर 6075/6100 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। सामान्य औसत क्वालिटी की सरसों का भाव गुजरात की डीसा एवं धनेरा मंडियों में 75-75 रुपए प्रति क्विंटल नरम रहा।
हरियाणा: हरियाणा में सरसों का भाव हिसार में 100 रुपए बढ़कर 5000/5500 रुपए प्रति क्विंटल तथा चरखी दादरी में 45 रुपए सुधरकर 5950/5970 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। मध्य प्रदेश की मंडियां अपेक्षाकृत शांत रही। सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान व गंगानगर एवं कोटा में सरसों का भाव 50-50 रुपए की वृद्धि के साथ क्रमश: 5550 रुपए एवं 53/5650 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर भरतपुर में 25 रुपए गिरकर 5700 रुपए प्रति क्विंटल तथा बूंदी में 350 रुपए लुढ़ककर 5500 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। दूसरी ओर सरसों का मूल्य उत्तर प्रदेश के हापुड़ में 100 रुपए तथा आगरा में 50 रुपए तेज रहा।
स्टॉक: सरकारी एजेंसियों- नैफेड तथा हैफेड के पास 20 लाख टन से अधिक सरसों का विशाल स्टॉक मौजूद है, जिसकी बिक्री आगामी समय में होने की संभावना है। किसानों के पास भी इसका स्टॉक है जबकि घरेलू तिलहन-तेल बाजार अभी नरमी की चपेट में है। इसमें त्यौहारी मांग निकलने पर ही बाजार कुछ मजबूत हो सकता है। विदेशों से खाद्य तेलों का रिकॉर्ड आयात हो रहा है।
सरसों तेल: समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सरसों तेल के दाम में आमतौर पर तेजी रही मगर भरतपुर में यह कुछ नरम रहा। दिल्ली में एक्सपेलर 5 रुपए सुधरकर 1155 रुपए प्रति 10 किलो हो गया जबकि गंगानगर में एक्सपेलर एवं कच्ची घानी तेल के दाम में 20-20 रुपए की वृद्धि दर्ज की गई।
आवक: घरेलू मंडियों में सरसों की आवक 2 अगस्त को 2.75 लाख बोरी, 3 अगस्त को 2.60 लाख बोरी, 5 अगस्त को 2.90 लाख बोरी, 6 अगस्त को 3 लाख बोरी तथा 7 एवं 8 अगस्त को भी 3-3 लाख बोरी दर्ज की गई। सरसों की प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है।