मुम्बई। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि चालू मार्केटिंग सीजन में नवम्बर 2023 से जून 2024 के आठ महीनों के दौरान भारत में कुल मिलाकर करीब 100.95 लाख टन खाद्य तेल का आयात हुआ जो 2022-23 सीजन की समान अवधि के आयात 103.67 लाख टन से कुछ कम रहा।
वैसे जून 2024 में आयात बढ़कर 15.27 लाख टन से ऊपर पहुंच गया जबकि इसकी मात्रा मई में 14.98 लाख टन तथा जून 2023 में 13.12 लाख टन दर्ज की गई थी। रिपोर्ट के अनुसार 1 जुलाई 2024 को भारतीय बंदरगाहों पर तथा पाइप लाइन में क्रमश: 7.13 लाख टन तथा 18.58 लाख टन के साथ कुल 25.71 लाख टन खाद्य तेल का स्टॉक मौजूद था
जो 1 जून को उपलब्ध स्टॉक 24.17 लाख टन से ज्यादा मगर 1 जुलाई 2023 को मौजूद स्टॉक 29.40 लाख टन से कम था। 1 जुलाई को भारतीय बंदरगाहों पर 2.27 लाख टन क्रूड पाम तेल (सीपीओ), 68 हजार टन आरबीडी पामोलीन, 1.11 लाख टन डीगम सोयाबीन तेल तथा 3.07 लाख टन क्रूड सूरजमुखी तेल का स्टॉक मौजूद था।
जून 2024 में 1.45 लाख टन रिफाइंड खाद्य तेल (आरबीडी पामोलीन) तथा 13.82 लाख टन क्रूड खाद्य तेल का आयात किया गया।इसे मिलाकर नवम्बर 2023 से जून 2024 के आठ महीनों में करीब 13.82 लाख टन रिफाइंड खाद्य तेल और लगभग 87.13 लाख टन क्रूड खाद्य तेल का आयात हुआ।
वर्तमान मार्केटिंग सीजन के आरंभिक आठ महीनों में पाम संवर्ग के क्रूड एवं रिफाइंड तेलों का कुल आयात 57.63 लाख टन रहा जबकि सॉफ्ट तेलों का आयात 43.32 लाख टन पर पहुंचा।
सॉफ्ट तेलों के अंतर्गत 18.68 लाख टन सोयाबीन तेल तथा 24.64 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात हुआ। समीक्षाधीन अवधि के दौरान खाद्य तेलों के सकल आयात में पाम तेल की भागीदारी 57 प्रतिशत तथा सॉफ्ट तेलों की हिस्सेदारी 43 प्रतिशत रही।
पाम तेल का सर्वाधिक आयात इंडोनेशिया से, सोयाबीन तेल का अर्जेन्टीना से तथा सूरजमुखी तेल का रूस से किया गया। मई की तुलना में जून माह के दौरान सोयाबीन तेल का आयात 3.24 लाख टन से घटकर 2.76 लाख टन रह गया जबकि सूरजमुखी तेल का आयात 4.11 लाख टन से बढ़कर 4.66 लाख टन पर पहुंच गया।