Gold Price: चांदी 3,100 रुपये महंगी, सोना भी हुआ महंगा, जानिए आज के भाव

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नई दिल्ली। Gold Price Today: मजबूत वैश्विक रुख के अनुरूप दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को चांदी की कीमत 3,100 रुपये की जोरदार तेजी के साथ 95,950 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई जबकि सोने में 130 रुपये की तेजी आई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, चांदी लगातार दूसरे सत्र में तेजी से बढ़ती हुई 3,100 रुपये की बढ़त के साथ लगभग दो सप्ताह के उच्चतम स्तर 95,950 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।

सोमवार को यह 92,850 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। इस बीच, सोना 130 रुपये की तेजी के साथ 72,950 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। पिछले सत्र में यह 72,820 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स पर सोने का हाजिर भाव दो डॉलर की तेजी के साथ 2,346 डॉलर प्रति औंस हो गया। अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने से मंगलवार को यूरोपीय कारोबारी घंटों में सोने में मामूली बढ़त दर्ज की गई।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी के अनुसार व्यापारियों को अब महत्वपूर्ण अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों का इंतजार है, जो इस बात पर प्रकाश डाल सकते हैं कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व कितनी जल्दी ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।

विदेशी बाजारों में भी चांदी तेजी के साथ 31.50 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करती दिखी। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार चांदी की कीमतों में तेजी आई और यह 31 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर गया। उधर एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में सोना 169 रुपये लुढ़ककर 71,840 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता दिखा।

सोने के सबसे अधिक कारोबार वाला जून अनुबंध कारोबार के दौरान 71,762 रुपये प्रति 10 ग्राम के निचले स्तर पर पहुंच गया। इसके अलावा चांदी के जुलाई डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत भी 294 रुपये अथवा 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 94,314 रुपये प्रति किग्रा रह गई।

कॉमेक्स और एमसीएक्स दोनों बाजारों में सत्र के पहले भाग में सोने की कीमतों में कमजोरी रही। कॉमेक्स में सोमवार को जोरदार तेजी के बाद कीमतें 2,340-2,353 डॉलर और एमसीएक्स में 71,770-72,030 रुपये के दायरे में आ गईं।

एलकेपी सिक्योरिटीज में वीपी रिसर्च एनालिस्ट, कमोडिटी एंड करेंसी जतीन त्रिवेदी ने कहा, “मध्य पूर्व में नए सिरे से तनाव के बाद मिश्रित बाजार प्रतिक्रिया आई। व्यापारी शुक्रवार को जारी होने वाले व्यक्तिगत उपभोग व्यय (पीसीई) मूल्य सूचकांक पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, यह मुद्रास्फीति के बारे में संकेत प्रदान करेगा।”