ट्रैन टिकट की दलाली करते दो आरक्षण बाबू गिरफ्तार, मुंबई भेजते थे टिकटों को

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कोटा। आरपीएफ खुफिया अपराध शाखा ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए टिकट दलाली करते दो बाबुओं को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बाद में इन बाबुओं को आरपीएफ पोस्ट के हवाले कर दिया गया। यहां से इन बाबुओं को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि छबड़ा गुगोर स्टेशन पर तैनात भीमगंजमंडी संजय नगर निवासी आरक्षण बाबू जावेद खान (40) पुत्र साबिर अली तत्काल श्रेणी के टिकटों की अवैध दलाली करता हैं। इस सूचना के बाद आरपीएफ द्वारा जावेद पर नजर रखी जाने लगी।

रविवार को अवकाश के चलते जावेद छबड़ा नहीं गया। लेकिन यह टिकट बनवाने सोगरिया स्टेशन पहुंच गया। यहां पर जैसे ही टिकट बनवाएं मौके की तलाश में खड़ी आरपीएफ में जावेद को दबोच लिया।

पूछताछ में जावेद ने आरपीएफ को बताया कि वह यह टिकट कोरियर के माध्यम से मुंबई भेजता था। मुंबई का दलाल किराए के अलावा प्रत्येक यात्री पर 400 रुपए अतिरिक्त देता था। इसके बाद आरपीएफ ने जावेद को कोरियर वाले को टिकट सोंपने को कहा।

आरपीएफ के निर्देश पर जावेद ने पार्सल कार्यालय में यह टिकट राजेश नाम के एक कोरियर वाले को सौंप दिए। टिकट सौंपते ही आरपीएफ ने राजेश को भी हिरासत में ले लिया। पूछताछ में राजेश ने बताया कि वह लिफाफों में रखकर इन टिकटो को मुंबई-जयपुर सुपरफास्ट ट्रेन के लीज होल्डर ठेकेदार के कर्मचारियों को देता था। कर्मचारी इन पार्सल यान में रखकर इन टिकटों को मुंबई पहुंचा देता था। मुंबई का दलाल लीज होल्डर वाले से इन टिकटों को प्राप्त कर लेता था।

लाखेरी का बाबू भी पकड़ा
पूछताछ में राजेश ने आरपीएफ को बताया कि लाखेरी का एक बाबू भी इसी तरह अवैध टिकटों को कोरियर के जरिए मुंबई पहुंचाता है। राजेश ने बताया कि यह बाबू भी अभी उसे टिकट देने आने वाला है। इस सूचना पर आरपीएफ सतर्क हो गई। राजेश को हिदायत देकर आरपीएफ इधर-उधर छुपकर लाखेरी के बाबू का इंतजार करने लगी। कुछ ही देर में लाखेरी का बाबू भी पार्सल कार्यालय पहुंच गया। यहां पर बाबू ने जैसे ही राजेश को टिकट सौंपे मौके की तलाश में खडी आरपीएफ में बाबू को दबोच लिया। अधिकारियों ने बताया कि यह मुख्य वाणिज्य क्लर्क है। इसका नाम गुलाम मुस्तफा अंसारी (28) पुत्र सिराजुद्दीन है। यह भी भीमगंजमंडी नेहरू नगर पावर बिल्डिंग के पास रहता है

पांच टिकट बरामद
अधिकारियों ने बताया कि दोनों के पास से तत्काल श्रेणी के कुल पांच टिकट बरामद हुए हैं। इनका मूल्य करीब 25 हजार 890 रुपए है। यह सभी टिकट मुंबई से यात्रा के बने हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि मुंबई के दलाल का नाम सनावर खान है। यह एक बड़ा दलाल है। यह पूरे भारत से इसी तरह अवैध टिकटों का कारोबार करता है। एक एक यात्री पर हजार रुपए तक अतिरिक्त देने का लालच देकर यह आरक्षण बाबुओं को अपने जाल में फंसाता है।

पैसों के लालच में बाबू फंस जाते हैं।
अपराध शाखा निरीक्षक वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई के दौरान उप निरीक्षक भूपेंद्र सिंह, सहायक उप निरीक्षक चंदन सिंह, प्रधान आरक्षक रनवीर सिंह एवं संदीप सिसोदिया तथा आरक्षक शीशराम गुर्जर आदि जवान शामिल थे।