नई दिल्ली। Fenugreek Prices: विगत कुछ समय से मेथी की कीमतों में गिरावट बनी हुई है। मगर सूत्रों का कहना है कि अब कीमतों में अधिक मंदा संभव नहीं है। क्योंकि चालू सीजन के दौरान देश में मेथी का उत्पादन गत वर्ष की तुलना में कम माना जा रहा है।
प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश की मंडियों में नए मालों की आवक बढ़नी शुरू हो गई है। जावरा मंडी में नई मेथी की आवक बढ़कर 7500/8000 बोरी की हो गई है। और एवरेज क्वालिटी का भाव 5400/5800 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। नीमच मंडी में आवक 4000 बोरी की रही भाव 5400/6400 रुपए पर बोले गए। गुजरात की राजकोट मंडी में आवक 1600 बोरी की रही और भाव 5200/6400 रुपए के रहे। राजस्थान की कोटा मंडी में नए मालों की आवक 40/50 बोरी की रही और भाव 4800/5200 रुपए बोले गए।
सूत्रों का मानना है कि वर्तमान भावों में अब अधिक मंदे की संभावना नहीं है। आगामी दिनों में आवक का दबाव बनने पर कीमतों में 100/200 रुपए का मंदा आ सकता है। तत्पश्चात कीमतों में सुधार होगा। वर्तमान भावों पर स्टॉकिस्टों को स्टॉक करना लाभ का सौदा रहेगा।
उत्पादन की बात करें तो गत वर्ष उत्पादकों का उनकी उपज का उचित मूल्य न मिलने के कारण चालू सीजन के लिए उत्पादक केन्द्रों पर मेथी की बिजाई गत वर्ष की तुलना में कम रही थी। और बिजाई गत वर्ष के 1.31 लाख हेक्टेयर के मुकाबले इस वर्ष 1.28 लाख हेक्टेयर पर बिजाई की गई। बिजाई घटने के कारण इस वर्ष मेथी का उत्पादन 16.60 लाख बोरी के आसपास माना जा रहा है जबकि गत वर्ष उत्पादन 17.50 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी 100 किलो) का रहा था।
निर्यात की बात करें तो चालू सीजन के दौरान मेथी के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-दिसम्बर – 2023 के दौरान 21278.79 टन का निर्यात किया गया। जबकि अप्रैल-दिसम्बर 2022 में निर्यात 28322.87 टन का हुआ था। निर्यातक मांग कम होने के कारण गत सीजन में मेथी की कीमतों में आशानुरूप तेजी नहीं बन पाई थी।