नई दिल्ली। Subsidy on solar panels: अब सौर ऊर्जा का उपयोग कर उपभोक्ता बिजली पैदा कर सकेंगे। यह ऊर्जा उनके जीवन में खुशहाली लाएगी। वे आर्थिक बचत कर प्रति माह विद्युत बिल पर खर्च होने वाली राशि में कटौती कर सकेंगे।
उनके द्वारा उत्पादित ऊर्जा का वे उपयोग कर अपने घर को रोशन भी कर सकेंगे। सरकार द्वारा संचालित सूर्योदय योजना के तहत सोलर पैनल उपभोक्ताओं की छत पर लगाया जाएगा। इस योजना के लिए केंद्र व राज्य सरकार के स्तर पर अलग-अलग अनुदान की भी व्यवस्था की गई है।
65 प्रतिशत अनुदान की है व्यवस्था
निजी घरों की छत पर इस योजना के तहत सोलर पैनल को स्थापित करने के लिए सरकार ने क्षमता के अनुरूप राशि तय की है। एक किलो वाट से लेकर जितनी आवश्यकता है उतनी क्षमता का सोलर पैनल को स्थापित करने के लिए अलग-अलग राशि उपभोक्ताओं को देनी होगी।
इस योजना के तहत केंद्र सरकार के स्तर पर 40 एवं राज्य सरकार के स्तर से 25 प्रतिशत अनुदान की व्यवस्था की गई है। बताया गया कि जो इस योजना की राशि में से अनुदान की राशि को तत्काल घटाकर भुगतान की व्यवस्था है। इस राशि को दो किश्तों में देने की व्यवस्था है। पहली किस्त में 80 प्रतिशत एवं दूसरी किश्त में 20 प्रतिशत राशि का भुगतान करने की व्यवस्था है।
इस वेबसाइट पर है आवेदन की व्यवस्था
इस योजना को नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी की वेबसाइट पर आवेदन की व्यवस्था की गई है। बताया गया कि आवेदन के स्वीकृत होने के बाद एजेंसी का चयन किया जाएगा। जब एजेंसी घर पर सोलर पैनल लगाएगा तो 80 प्रतिशत राशि का भुगतान किया जाना है। एक किलो वाट उत्पादन के लिए सरकार के स्तर पर 70808 रुपये लागत तय की गई है।
इस योजना का बेंचमार्क दर 53398 है। इस पर केंद्र सरकार के स्तर पर 21359 एवं राज्य सरकार के स्तर पर 13349 रुपये के अनुदान की व्यवस्था है एक किलो वाट पर उपभोक्ताओं को 36099 रुपये का भुगतान करना होगा। बताया गया कि एक किलोवाट के लिए तीन सोलर पैनल एवं दो किलाे वाट के लिए छह सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
ऐसे करें आवेदन
- प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना में अप्लाई करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://solarrooftop.gov.in/ पर जाएं।
- होम पेज पर एप्लाई के ऑप्शन को सेलेक्ट करें। अपने राज्य और जिले के अनुसार सारी जानकारियां दर्ज करना होगा।
- अपना बिजली बिल नंबर, विद्युत खर्च की जानकारी और बेसिक इनफार्मेशन भरने के बाद सोलर पैनल डिटेल्स डालेंगे।
- स्मार्ट मीटर से जोड़ उत्पादित बिजली का उपयोग करेगी कंपनी
- सोलर पैनल से उत्पादित बिजली को स्टोर करने की व्यवस्था नहीं होगी। यह स्मार्ट मीटर से सीधा जुड़ा रहेगा। उत्पादित बिजली को नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी ले लेगी। इसके एवज में उपभोक्ताओं को बिजली मिलती रहेगी।
अगर उपभोक्ता अपनी खपत से अधिक उत्पादन करते हैं तो बिजली विभाग पर उनका ऊर्जा बकाया रहेगा, जिसका उपयोग वे बाद में कर सकेंगे। उपभोक्ताओं को इस योजना से बिजली बिल काफी कम या नहीं के बराबर देना होगा। उपभोक्ता जब इस योजना का लाभ लेने लगेंगे तो बिजली पर निर्भरता कम होगी। वहीं ट्रांसफार्मर पर से भी लोड कम होगा।