दलहनों के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर, मंदी की संभावना नहीं

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मुम्बई। आसान आयात एवं जोरदार सरकारी प्रयास के बावजूद अधिकांश दलहनों का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से ऊपर चल रहा है। व्यापार विश्लेषक का कहना है कि निकट भविष्य में इसके दाम में अचानक भारी गिरावट आना मुश्किल है

खुदरा बाजार में तुवर दाल का मूल्य 150-170 रुपए प्रति किलो, चना दाल का 90-100 रुपए प्रति किलो, मूंग दाल का 110-120 रुपए प्रति किलो, मसूर दाल का 95-100 रुपए प्रति किलो एवं उड़द दाल का मूल्य 110-140 रुपए प्रति किलो के बीच चल रहा है।

हालांकि महाराष्ट्र एवं कर्नाटक जैसे शीर्ष उत्पादक प्रांतों में तुवर के नए माल की आवक हो चुकी है मगर इसकी कीमतों में गिरावट का संकेत नहीं मिल रहा है। पिछले दो माह के दौरान दाल-दलहनों के दाम में 4-5 प्रतिशत की मासिक बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। देश में दाल- दलहनों के संवर्ग में चना और तुवर की सर्वाधिक खपत होती है।

महाराष्ट्र की लातूर मंडी में तुवर का थोक भाव नीचे में 9000 रुपए से लेकर ऊपर में 10000 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहा है। सरकार ने 2023-24 सीजन के लिए इसका न्यूनतम समर्थन मूल्य क्रमश: 7000 रुपए प्रति क्विंटल एवं 5440 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित कर रखा है।

सरकार को तुवर का दाम समर्थन मूल्य के आसपास या उससे नीचे आने का भरोसा नहीं है इसलिए उसने बफर स्टॉक के निर्माण हेतु प्रचलित बाजार भाव पर ही किसानों से तुवर खरीदने का प्लान बनाया है। समीक्षकों के अनुसार खराब मौसम के कारण महाराष्ट्र में खरीफ कालीन तुवर एवं रबी कालीन चना की उपज दर काफी कमजोर रहने की संभावना है।

इसके फलस्वरूप लातूर एवं अकोला के साथ-साथ मध्य प्रदेश के इंदौर एवं कर्नाटक के गुलबर्गा में भी भाव ऊंचे स्तर पर बरकरार है। जनवरी में तुवर तथा फरवरी-मार्च में चना के नए माल की आपूर्ति बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।