मुंबई। सहारा ग्रुप (Sahara grup) के संस्थापक सुब्रत रॉय (Subrata Roy) सहारा का लम्बी बीमारी के बाद मंगलवार को निधन हो गया। मुंबई में उनका इलाज चल रहा था। रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को उनका पार्थिव शरीर लखनऊ लाया जाएगा। सुब्रत रॉय 75 वर्ष के थे। बता दें, तबियत खराब होने के बाद उन्हें कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल में रविवार को एडमिट करवाया गया था।
कंपनी ने अपने बयान में कहा है, “सहारा श्री के साथ जिस किसी को काम करने का सौभाग्य मिला उनके लिए वे गाइडेंस फोर्स, मेंटर और प्रेरणा के स्रोत थे।”1992 में सहारा ग्रुप ने राष्ट्रीय सहारा नाम का न्यूज पेपर निकाला। साथ ही कंपनी ने ‘सहारा टीवी’ नाम से अपना टीवी चैनल भी लॉन्च किया था। बता दें, कंपनी मीडिया से लेकर रियल एस्टेट, फाइनेंस सहित कई सेक्टर में काम कर रही है।
सहारा इंडिया परिवार का साम्राज्य एक समय काफी बड़ा हो गया था। टाइम मैगजीन ने एक बार अपनी रिपोर्ट में कहा था कि रेलवे के बाद देश में सबसे अधिक रोजगार सहारा ग्रुप देने वाला समूह था। समूह का दावा था कि उनके साथ करीब 9 करोड़ निवेशक जुड़े थे। जिसमें गांव से लेकर शहरों तक के लोग जुड़े थे।
सुब्रत रॉय को 2014 से कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। लम्बी कानूनी लड़ाई के बाद वे पैरोल पर बाहर आ गए थे।