प्रथम 51 कुंडीय महालक्ष्मी यज्ञ में देंगे डेढ़ करोड़ आहुतियां, भव्य कलश यात्रा आज

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कोटा। शिव ज्योति एजुकेशन ग्रुप की ओर से सोमवार से श्रीनाथपुरम शिवज्योति कान्वेंट स्कूल में प्रथम बार 51 कुंडीय महालक्ष्मी यज्ञ आयोजित किया जा रहा है। जिसमें मंत्रोच्चारण के साथ डेढ़ करोड़ आहुतियां दी जाएंगी।

ग्रुप के चेयरमैन रमेश गुप्ता ने बताया कि महायज्ञ के प्रथम दिन भव्य कलश यात्रा महावीर नगर विस्तार योजना स्थित शिव ज्योति कान्वेंट स्कूल से प्रातः 7 बजे प्रारंभ होगी। इस दौरान प्रातः 6 बजे कलश पूजन तथा जल मातृका पूजन किया जाएगा।

महेश गुप्ता ने बताया कि कलश यात्रा को पूजन के पश्चात स्वायत्त शासन मंत्री शांतिकुमार धारीवाल रवाना करेंगे। जो महावीर नगर विस्तार से अग्निशमन चौराहा, टीवीएस सर्किल होते हुए श्रीनाथपुरम सेक्टर- डी पहुंचेगी। मार्ग में भैरो पूजन भी किया जाएगा। शोभायात्रा पहुंचने पर पंडितों द्वारा मंडल पूजन और अग्नि स्थापना की जाएगी।

शोभायात्रा में 15 हजार महिलाएं सिर पर कलश धारण कर चलेंगी। इस दौरान 15 डीजे, 2 बैंड, 11 ढोल साथ में चलेंगे। वहीं हाथों में पताका थामे 5 घुड़सवार मौजूद रहेंगे। साथ ही, 4 बग्घियों में सवार होकर संत चलेंगे तथा पुरुष भी नाचते गाते हुए शोभायात्रा में शामिल होंगे।

शोभायात्रा के स्वागत के लिए 51 तोरण द्वार सजाए गए हैं। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता 50 जनों की 11 टोलियों में सुरक्षा के लिए तैनात होंगे। सर्वसमाज के लोग तथा वैश्य सेवारत संस्था समेत अन्य संगठन शोभायात्रा की तैयारियों में जुटे हैं।

आयोजक शिवम् गुप्ता ने बताया कि 51 कुंडीय महालक्ष्मी यज्ञ में मंगलवार से आहुतियां दी जाएंगी। जिसकी 22 जून को पूर्णाहुति की जाएगी। महायज्ञ के लिए 67 गुणा 135 वर्ग फीट का फोल्डिंग वातानुकूलित डोम जयपुर से मंगाया गया है। जिसे तैयार करने के लिए 100 मजदूर 15 दिन से जुटे हैं। वहीं 51 यज्ञवेदी भी बनकर तैयार हो गई हैं। जिसे महिलाओं ने गाय के गोबर के लेप से तैयार किया गया है। वहीं 50 से अधिक मजदूर रंगाई पुताई में लगे हैं।

उन्होंने बताया कि अलीगढ़ से लक्ष्मी श्रीयंत्र मंगाए गए हैं। जिन्हें विशेष अनुष्ठान में सिद्ध करने के बाद यज्ञ पर बैठने वाले यजमानों को भेंट स्वरूप दिया जाएगा। इन्हें प्रतिदिन आवरण पूजा के द्वारा सिद्ध किया जाएगा। यज्ञशाला में देवी लक्ष्मी माता का फूल बंगला सजाया जाएगा। जहां प्रतिदिन माता के श्रृंगार और झांकी के दर्शन होंगे। इसमें लक्ष्मी माता की 7 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

जयपुर से मंगाया डोम
शिवम् गुप्ता ने बताया कि सभी 51 कुंडों पर 20 जून प्रातः 7 से 11.30 बजे तक प्रतिदिन तीन पारियों में मंत्रोच्चारण के साथ आहुतियां दी जाएगी। जिसके लिए 5 हजार किलो हवन सामग्री तैयार कराई गई है। प्रतिदिन डेढ़ घंटे की एक पारी में 35 हजार आहुतियां दी जाएगी। यज्ञ में 65 पंडितों के द्वारा श्रीसूक्त, पुरुष सूक्त, श्री लक्ष्मी सहस्रनाम, विष्णु सहस्र नाम के पाठ होंगे।

मंडल पूजन आज
महायज्ञ के लिए चावल से नौ मंडल तैयार कराए गए हैं। यहां प्रातः 9:30 गणेश मंडल षोडश माता मंडल, योगिनी मंडल, क्षेत्रपाल मंडल, वास्तु मंडल, सर्वतोभद्र मंडल, पितृ मंडल, श्रीयंत्र मंडल, वसोधारा मंडल तथा ब्राह्मण वर्ण पूजन होगा। इससे बाद अग्नि स्थापना की जाएगी।