कोटा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की स्पेशल यूनिट ने रिश्वत मांगने के करीब डेढ़ साल पुराने मामले में पंचायत असकली के सरपंच देवेंद्र मीणा को गिरफ्तार किया है। देवेंद्र मीणा पिछले 7 महीने से फरार था।
जिसने नया पंचायत भवन बनाने के बिल पास करने की एवज में ठेकेदार से 13 प्रतिशत कमीशन मांगा था। ठेकेदार की शिकायत पर ACB ने ट्रेप की योजना बनाई। लेकिन शक होने पर आरोपी ने रिश्वत नही ली। परिवादी व आरोपी के बीच रिश्वत के सम्बंध में हुई बातचीत पर ACB की टीम ने सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो स्पेशल यूनिट के उप अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया परिवादी प्रियांशु जैन ने 25 सितंबर 2021 को एसीबी में शिकायत दी थी। जिसमें बताया था उसकी फर्म ने असकली पंचायत के करीब 41 लाख की लागत से भवन निर्माण का टेंडर लिया था।
70 फीसदी निर्माण का काम पूरा हो चुका था। जिसके पेटे 11 लाख का भुगतान पंचायत ने किया। करीब 15 लाख के बिल पेंडिंग है। पेंडिंग बिलों के भुगतान की एवज में सरपंच देवेंद्र मीणा 13 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहा है।
शिकायत सत्यापन के दौरान आरोपी सरपंच द्वारा बकाया बिल की एवज में 13 प्रतिशत कमीशन मांगने की पुष्टि हुई।तबियत खराब होने व शक होने पर आरोपी सरपंच ने फोन पर बात करना बंद कर दिया। सबूतों के आधार पर ACB ने मामला दर्ज किया।
अभियोजन स्वीकृति मिलने के बाद आरोपी को नवंबर 22 में नोटिस दिया। आरोपी पिछले 5 महीने से पंचायत से भी अनुपस्थित चल रहा था। जिसपर कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ। 14 मई को आरोपी को असकली गांव से गिरफ्तार किया गया। जिसे कोर्ट ने न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश दिए।