थोक फल सब्जी मंडी के लिए लाइसेंस बनाने के लिए भी प्रस्ताव भेजने का निर्णय
कोटा। लंबे समय बाद थोक फल सब्जीमंडी के बोर्ड की बैठक मंगलवार को हुई। इसमें दुकानों के आंवटन के मामले में बहस भी हुई और अंत में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आवंटन की प्रक्रिया शुरू की जाए।
वहीं बैठक में नए लाइसेंस बनाने के लिए भी निदेशक का प्रस्ताव भेजने पर सहमति बनी। चंद्रेसल में मंडी स्थानांतरण के मामले में भूमि चयन समिति की बैठक करवाने का प्रस्ताव भेजने पर सहमति बनी।
बैठक चेयरमैन ओम मालव की अध्यक्षता में हुई। इसमें 10 डायरेक्टर अशोक अग्रवाल, नंदलाल मीणा, चंद्रप्रकाश, शंकर बुधवानी, भीमराज सहित अन्य मौजूद थे। इनके अलावा मंडी सचिव डॉ. हेमलता और महापौर महेश विजय भी शामिल हुए। अशोक अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने सरकार द्वारा 348 भूखंडों के मुद्दे को उठाया।
उनका कहना है कि चेयरमैन डायरेक्टरों को गुमराह कर रहे थे। उन्हें आदेश दिखाए गए। महापौर महेश विजय ने भी कहा कि जब सरकार ने आदेश किए हुए हैं तो देरी किस बात की। अन्य डायरेक्टर भी इसके लिए तैयार थे। मालव ने बताया कि सब डायरेक्टरों के प्रस्ताव के बाद यह तय हुआ कि इसकी प्रक्रिया शुरू की जाए।
मालव ने कहा कि 2010 में लोगों ने आवेदन किए थे। अब इनकी जांच होगी कि कौन सही है और कौन गलत है। इसके लिए 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक पूरे आवेदन की जांच के आदेश दे दिए हैं। उसके बाद पात्र लोगों को ही लॉटरी में ही शामिल किया जाएगा।
नए लाइसेंस 2008 से ही बंद हैं, इसके लिए भी प्रस्ताव बनाकर निदेशक को भेजा जाएगा। मंडी को चंद्रेसल में स्थानांतरण के मामले को भी सदन में उठाया गया। इसके लिए भूमि चयन समिति की बैठक करने के लिए डायरेक्टर को पत्र लिखा जाएगा। सफाई, पानी के मामले में भी चर्चा की गई। इसमें यार्ड नंबर एक में ट्यूबवैल लगाने पर सहमति बनी।