मुंबई। ऐक्ट्रेस रानी मुखर्जी के पिता और फिल्मकार राम मुखर्जी का रविवार सुबह 4 बजे निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया कि उनकी लंबे समय से तबीयत ठीक नहीं थी। उनका रक्तचाप तेजी से घट रहा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था।
जानकारी के मुताबिक, राम मुखर्जी का पार्थिव शरीर सुबह करीब साढ़े 10 बजे उनके घर जानकी कुटीर ले जाया गया। अब विले पार्ले के पवन हंस श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बताया जा रहा है कि राम मुखर्जी मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे। उनकी सेहत काफी समय से खराब चल रही थी।
आखिरी बार वह रानी के घर आयोजित दुर्गा पूजा में नजर आए थे। बता दें, राम मुखर्जी जाने-माने फिल्म निर्देशक थे। उन्होंने हिन्दी और बंगाली की कई फिल्मों का निर्देशन किया था। वह मुंबई के फिल्मालय स्टूडियो के संस्थापक सदस्यों में से एक थे।
राम ने ‘हम हिन्दुस्तानी’ और ‘लीडर’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था। ‘लीडर’ में दिलीप कुमार और वैजयंती माला प्रमुख भूमिकाओं में थे। रानी मुखर्जी को 1996 में आई ‘बियेर फूल’ के जरिए उनके पिता राम ने ही इंडस्ट्री में लॉन्च किया था।
इस फिल्म के वह डायरेक्टर और प्रड्यूसर थे। इसके बाद 1997 में आई रानी की डेब्यू फिल्म ‘राजा की आएगी बारात’ को भी राम ने प्रड्यूस किया था। रानी मुखर्जी के पिता के अलावा उनकी मां कृष्णा मुखर्जी भी प्लेबैक सिंगर हुआ करती थीं। रानी के भाई राजा मुखर्जी भी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए प्रड्यूसर-डायरेक्टर हैं।