नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया गवर्नर शक्तिकांत दास बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक करेंगे। बैठक में धीमी जमा वृद्धि और ऋण की ऊंची मांग को बनाए रखने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
RBI के आंकड़ों के अनुसार, जमा राशि में सालाना आधार पर 10.2 प्रतिशत की तुलना में 9.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जबकि ऋण एक साल पहले के 6.5 प्रतिशत की तुलना में 17.9 प्रतिशत बढ़ गया है। सूत्रों ने कहा कि बैठक के लिए जारी एजेंडा के मुताबिक, मूल्य निर्धारण और जमा की धीमी वृद्धि समेत स्थिरता पर चर्चा की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में खुदरा और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले (एमएसएमई) खंड में संपत्ति की गुणवत्ता पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा, बैठक में पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई डिजिटल बैंकिंग इकाइयों के कामकाज की भी समीक्षा की जाएगी। बता दें कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में बेहतर आर्थिक प्रदर्शन को बैं¨कग प्रणाली की मजबूती से समर्थन मिला है। साथ ही खुदरा, उद्योग और सेवा क्षेत्रों में ऋण वितरण भी बढ़ा है।
बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अगस्त में आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (ECLGS) के तहत अतिरिक्त 50,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी, ताकि हास्पिटैलिटी और संबंधित क्षेत्रों में कम लागत वाले क्रेडिट प्रवाह को सुनिश्चित किया जा सके, जो कि COVID-19 महामारी से प्रभावित थे।
ECLGS की सीमा 4.5 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 5 लाख करोड़ रुपये कर दी गई है, अतिरिक्त राशि विशेष रूप से हास्पिटैलिटी और संबंधित क्षेत्रों में उद्यमों के लिए निर्धारित की गई है।