मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 420 अंक लुढ़ककर 61,000 अंक के नीचे बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर बिकवाली दबाव के बीच वाहन, वित्त और ऊर्जा कंपनियों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा। कारोबारियों के अनुसार, डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट से भी धारणा पर असर पड़ा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 419.85 अंक यानी 0.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,613.70 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स ऊंचे में 60,848.73 तक गया और नीचे में 60,425.47 अंक तक आया। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 128.80 अंक यानी 0.71 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,028.20 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में 3.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में एक्सिस बैंक रहा। इसके अलावा बजाज फिनसर्व, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड और मारुति भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि., भारती एयरटेल, कोटक बैंक, डॉ. रेड्डीज और एचयूएल 1.13 प्रतिशत तक लाभ में रहे। सेंसेक्स के तीस शेयरों में से 24 नुकसान में रहे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में नरम रुख को देखते हुए घरेलू बाजार में निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। वाहन और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में मुनाफावसूली से बाजार नीचे आया। मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी बिकवाली रही।’’
उन्होंने कहा कि दुनियाभर के निवेशकों को अमेरिका में खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों की प्रतीक्षा है। ऐसी संभावना है कि महंगाई बढ़ने की रफ्तार धीमी होगी। इसका सकारात्मक असर होगा।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘यह अब नया चलन है कि जब वैश्विक बाजारों में दबाव होता है, तो बाजार नीचे आता है…प्रतिभागियों को ऐसे समय का उपयोग अच्छे शेयरों में गिरावट पर लिवाली के लिये करना चाहिए।’’
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक घरेलू बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने बुधवार को 386.83 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
विदेशी बाज़ारों का हाल
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे।यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट में बुधवार को गिरावट रही।