कोटा। राज्य सरकार की पहल पर कोटा में जिला प्रशासन, नगर विकास न्यास, नगर निगम एवं पर्यटन विभाग के सहयोग से किशोर सागर की पाल पर रूप चतुर्दशी की शाम को दीपोत्सव का आयोजन किया गया। पहली बार हुए इस तरह के आयोजन में 21 हजार दीपक की दमक, लोकरंग की धमक और आतिशबाजी से किशोर सागर का सौंदर्य निखर उठा। इस अवसर पर दीपदान एवं चंबल की महाआरती भी की गई।
किशोर सागर तालाब में बने जग मंदिर को विभिन्न रोशनी से सजाया गया। सबसे पहले यहां शाम को 21 हजार दीपक जलाए गए। जिसके बाद रंगोली सजाई गई और विधिवत मन्त्रोच्चार के साथ चंबल की महाआरती की गई।
इसके बाद स्थानीय लोक कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। कच्ची घोड़ी, भवई,चकरी, सहरिया नृत्य की मनभावन प्रस्तुतियों से दीपोत्सव अनूठा बन पड़ा। जिला कलेक्टर के अनुसार महापर्व की खुशियां आम जनता के साथ बांटने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने इस तरह के कार्यक्रम की आयोजन की पहल की है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर वासियों दें सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुत्फ उठाया तो चंबल की महाआरती के साक्षी बने। कार्यक्रम के अंत में आतिशबाजी की गई। भव्य आतिशबाजी में आकाश में बिखरे आतिशी नजारों से किशोर सागर के नयनाभिराम सौंदर्य में चार चांद लग गए।
संभागीय आयुक्त दीपक नंदी, जिला कलेक्टर ओपी बुनकर, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता, कोटा नगर निगम उत्तर एवं दक्षिण के महापौर, उपमहापौर, आयुक्त, कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी और स्थानीय लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे। जिला प्रशासन के अनुसार स्थानीय निवासियों के साथ प्रशासन और बाहर से कोचिंग करना है बच्चों के साथ दिवाली मनाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।