जयपुर। राजस्थान में पिछले दिनों हुए सियासी घटनाक्रम के बाद अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) बैकफुट पर हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होने के बाद उनकी सीएम की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है। हालांकि, राजस्थान की सीएम पर फैसले अब केंद्रीय आलाकमान करेगा।
इसी बीच सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) को भी कोर्ट से तगड़ा झटका है। हाईकोर्ट ने राजस्थान क्रिकेट संघ के चुनाव पर रोक लगा दी है। अब इस मामले में 11 अक्टूबर को सुनवाई होगी।
राजस्थान हाईकोर्ट ने शुक्रवार को राजस्थान क्रिकेट संघ (RCA) के चुनाव कराने पर आगामी आदेश तक रोक लगा दी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत आरसीए के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे हैं। हाईकोर्ट के न्यायाधीश महेंद्र गोयल ने मामले की सुनवाई करते हुए चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी। आरसीए के चुनाव अधिकारी राम लुभाया, राजस्थान सरकार के प्रमुख सचिव (खेल) और सहकारिता पंजीयक को एक हफ्ते के भीतर जवाब दाखिल करने का नोटिस भी जारी किया है।
अगली सुनवाई 11 अक्टूबर को
अब इस मामले में 11 अक्टूबर को सुनवाई होगी। दौसा, नागौर, गंगानगर और अलवर के जिला क्रिकेट संघ (डीसीए) की ओर से एक याचिका दायर की गई थी। राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) का चुनाव शुक्रवार यानी आज होना था। रिट याचिका में आरोप लगाया गया था कि आरसीए के चुनाव अधिकारी राम लुभाया एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं जो इंडीपेंडेंट पर्सन नहीं हैं।
क्यों लगा स्टे
जिला क्रिकेट संघों की ओर से पेश हुए वकील ने तर्क दिया कि राम लुभाया अधिकारी के रूप में राजस्थान सरकार में सक्रिय थे। वो तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अधीन काम कर रहे थे, जिनके बेटे वैभव गहलोत न केवल आरसीए के निवर्तमान अध्यक्ष हैं, बल्कि फिर से उसी पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। इसी के बाद कोर्ट ने राजस्थान क्रिकेट संग के चुनाव पर रोक लगा दी।