समरकंद। PM Modi Putin Together SCO Summit: उजबेकिस्तान के ऐतिहासिक शहर समरकंद में 22वां शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन चल रहा है। शुक्रवार को इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। दोनों नेताओं की मुलाकात सकारात्मक रही और उन्होंने यूक्रेन युद्ध सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।
भारत और रूस के संबंध पहले से काफी मजबूत हैं। बातचीत के दौरान पुतिन ने पीएम मोदी को रूस आने का न्यौता दिया और प्रधानमंत्री मोदी ने भविष्य में रूस-भारत के रिश्ते और अधिक मजबूत होने की उम्मीद जताई। इससे पहले शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में पुतिन को यूक्रेन पर बड़ा संदेश दे दिया था।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान पुतिन ने कहा कि मैं यूक्रेन संघर्ष पर आपकी स्थिति और चिंताओं के बारे में जानता हूं। हम चाहते हैं कि यह सब जल्द से जल्द खत्म हो। वहां क्या हो रहा है, हम आपको इसकी जानकारी मुहैया कराते रहेंगे। इससे पहले पीएम मोदी ने कहा था कि यूक्रेन संकट की वजह से दुनिया में सप्लाई चेन में कई बाधाएं आई हैं। कोरोना महामारी और यूक्रेन जंग की वजह से पूरा विश्व अभूतपूर्व खाद्य संकट का सामना कर रहा है। यही नहीं इससे ऊर्जा संकट पैदा हो गया है।
पुतिन ने कहा कि भारत और रूस मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री को रूस आने का न्यौता दिया। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के संबंध मजबूत हुए हैं और दुनिया हमारी दोस्ती से अच्छी तरह परिचित है। हमारी दोस्ती 22 साल से लगातार मजबूत हो रही है। उन्होंने कहा कि आज का युग युद्ध का नहीं है। हमें बातचीत से मुद्दों को सुलझाना चाहिए। इस बारे में कई बार पुतिन से फोन पर भी बातचीत हो चुकी है।
पुतिन के साथ बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपका और यूक्रेन का आभारी हूं क्योंकि संकट में फंसे हमारे हजारों छात्र आप दोनों की मदद से ही बाहर निकल पाए। उन्होंने कहा कि आज दुनिया के सामने कई बड़ी समस्याएं हैं, खासकर विकासशील देशों के सामने, जिनमें खाद्य सुरक्षा, ईंधन सुरक्षा और उर्वरक शामिल हैं और हमें इनसे निपटने के लिए रास्ते निकालने होंगे। पुतिन ने अगले साल एससीओ शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए भारत को बधाई दी। इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी एससीओ शिखर सम्मेलन 2023 के लिए भारत की अध्यक्षता का समर्थन किया।
शांति के रास्ते पर आगे बढ़ना होगा: पीएम मोदी ने कहा कि रूस और भारत की दोस्ती लगातार बढ़ रही है और हमारे संबंध आने वाले समय में और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर काम करना होगा और शांति के रास्ते पर आगे बढ़ना होगा। रूस ने भारत को सस्ती दरों पर तेल तो मुहैया कराया है लेकिन भारत अमेरिका और पश्चिमी देशों के निशाने पर आ गया है। चीन के खिलाफ जोरदार मोर्चाबंदी बना रहा अमेरिका भारत को एक सहयोगी देश मानता है लेकिन रूस से नई दिल्ली की बढ़ती दोस्ती उसे पसंद नहीं आ रही है। यूक्रेन की जंग की वजह से अब भारत पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वह रूस का विरोध करे और व्यापार भी बंद करे।