नई दिल्ली। सोने (Gold) ने इस साल अब तक इक्विटीज (equities) और बॉन्ड्स (bonds) से बेहतर रिटर्न दिया है। जनवरी से अगस्त यानी आठ महीने के दौरान एमसीएक्स गोल्ड (MCX Gold) ने 5.5 फीसदी रिटर्न दिया है जबकि मिडकैप ने 3.4 फीसदी, निफ्टी ने 2.3 फीसदी और क्रिसिल बॉन्ड इंडेक्स ने 1.1 फीसदी रिटर्न दिया है।
महामारी से प्रभावित 2020 में भी गोल्ड टॉप परफॉर्मर रहा था। तब गोल्ड ने अपने निवेशकों को 28 फीसदी रिटर्न दिया था लेकिन पिछले साल इसने चार फीसदी निगेटिव रिटर्न दिया। पिछले साल स्मॉलकैप ने 59 फीसदी और मिडकैप ने 46 फीसदी रिटर्न दिया था।
एक्सिस सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एक एसेट क्लास के रूप में सोने को शेयर बाजार में उतारचढ़ाव का फायदा मिला है। जियोपॉलिटिकल कारणों, महंगाई, तेल और कमोडिटीज की कीमतें बढ़ने से 24 फरवरी के बाद से शेयर बाजार में भारी उथलपुथल है। इससे एक एसेट क्लास के रूप में इक्विटी का परफॉरमेंस सीमित हुआ है।
अमेरिकी फेड रिजर्व महंगाई रोकने के लिए आक्रामक तरीके से ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहा है। इससे निवेशक सोने का रुख कर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि जब तक रूस और यूक्रेन को लेकर अनिश्चितता खत्म नहीं हो जाती है, तब तक सोना निवेशकों का पसंदीदा विकल्प बना रहेगा। घरेलू मार्केट में सोना मई से कंसोलिडेट हो रहा है। इसे 49,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर सपोर्ट मिला है जबकि यह 52,700 रुपये के स्तर तक ऊपर गया है।