नई दिल्ली। व्हाट्सप्प (WhatsApp) ने जुलाई महीने में भारत में लगभग 24 लाख अकाउंट्स को बैन कर दिया है। इस बात की जानकारी कंपनी ने अपनी मंथली कंप्लायंस रिपोर्ट में दी है। WhatsApp के अनुसार, 14 लाख अकाउंट्स को प्रोएक्टिवली प्रतिबंधित कर दिया गया था।
इसका सीधा मतलब यह है कि इन अकाउंट्स को बैन करने के लिए यूजर्स से कोई रिपोर्ट भी नहीं ली गई है। बुधवार को, फेसबुक और इंस्टाग्राम ने खुलासा किया कि जुलाई में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुल 2.7 करोड़ पोस्ट को रिमूव किया गया है।
WhatsApp की लेटेस्ट रिपोर्ट ‘इंडिया मंथली रिपोर्ट अंडर द इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) रूल्स, 2021’ के मुताबिक, WhatsApp ने जुलाई महीनें में भारत में 23,87,000 से ज्यादा अकाउंट्स पर बैन लगा दिया था।
WhatsApp ने कहा कि कंपनी के ग्रिविएंस रिड्रेसल सिस्टम के जरिए दोनों यूजर्स रिपोर्ट्स के आधार पर अकाउंट्स को बैन कर रहे हैं। ऐसा करना आईटी नियमों के तहत अनिवार्य है। गौरतलब है कि कंपनी द्वारा लगभग 24 लाख अकाउंट्स पर बैन लगाना एक बड़ा नंबर है। मार्च के बाद से यह सबसे बड़ा नंबर है।
मार्च में 18 लाख अकाउंट्स पर, अप्रैल में 16 लाख अकाउंट्स पर और मई में 19 लाख अकाउंट्स पर बैन लगाया गया था। वहीं, जून में 22 लाख अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। WhatsApp ग्रिविएंस रेड्रेसल मैकेनिज्म के तहत यूजर्स की शिकायतों को स्वीकार करते हैं और फिर उनका सॉल्यूशन निकालते हैं। फर्म का कहना है कि उसे 574 यूजर रिपोर्ट्स मिली हैं।
बुधवार को, मेटा ने खुलासा किया कि उसने जुलाई में फेसबुक और इंस्टाग्राम से 2.7 करोड़ से ज्यादा पोस्ट्स हटा दिए हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सरकार के नियमों का पालन कर रहा है। इसके तहत कंपनी ने हिंसक और ग्राफिक कंटेंट के 1.73 करोड़ स्पैम पोस्ट और 23 लाख पोस्ट को हटा दिया है