मुंबई। Floor test of Shinde Sarkar: महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार को सोमवार को फ्लोर टेस्ट का सामना करना पड़ेगा। सोमवार को राज्य विधानसभा के विशेष सत्र का दूसरा दिन है। इससे पहले रविवार शाम को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना विधायकों के अपने धड़े के साथ डेप्युटी सीएम देवेंद्र फडणवीस और भाजपा विधायकों तथा पार्टी के अन्य नेताओं की मौजूदगी में मुंबई के एक होटल में फ्लोर टेस्ट की रणनीति बनाने के लिए बैठक की।
शिंदे ने कहा कि शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन सोमवार को बहुमत परीक्षण का सामना करने के लिए तैयार है। सरकार की रणनीति क्या होगी, इस पर सभी विधायकों की उपस्थिति में हुई बैठक में चर्चा की गई। सूत्रों ने बताया कि शिवसेना के 40 बागी विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रविवार को विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव की तरह सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट में भी नई सरकार सफल होगी।
डेप्युटी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि शिंदे सरकार 166 वोटों के साथ बहुमत साबित करेगी। उन्होंने कहा कि सबसे कम उम्र के स्पीकर उम्मीदवार राहुल नार्वेकर ने रविवार को 164 वोटों के साथ स्पीकर का चुनाव जीता। दो विधायक स्वास्थ्य कारणों से उपस्थित नहीं थे। हमें भरोसा है कि विश्वास मत में हम 166 वोटों के साथ अपना बहुमत साबित करेंगे।
वर्तमान में 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के 106 विधायक हैं और शिंदे शिवसेना के 39 बागी विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ होने का दावा कर रहे हैं। हाल ही में शिवसेना के एक विधायक की मृत्यु के बाद विधानसभा की वर्तमान संख्या घटकर 287 हो गई है। ऐसे में सदन में बहुमत का आंकड़ा 144 है।
इससे पहले रविवार को स्पीकर के चुनाव में शिंदे के नेतृत्व वाले खेमे और भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की। भाजपा के राहुल नार्वेकर ने शिवसेना उम्मीदवार राजन साल्वी को हराकर महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव जीत लिया। दिलचस्प बात यह है कि शिवसेना की ओर से एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे दोनों ही गुटों ने स्पीकर चुनाव के लिए पार्टी विधायकों को अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में वोट करने के लिए अलग-अलग व्हिप जारी किए। दोनों ने ही बाद में एक-दूसरे पर व्हिप के उल्लंघन का आरोप लगाया। .
छह महीने में गिर जाएगी शिंदे सरकार- पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होने की संभावना है क्योंकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार अगले छह महीनों में गिर सकती है। उन्होंने यह बयान रविवार की शाम को एनसीपी विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं को संबोधित करते हुए दिया। शरद पवार ने कहा कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं। एक बार मंत्री विभागों का बंटवारा हो जाने के बाद उनकी अशांति सामने आएगी, जिसके परिणामस्वरूप अंततः सरकार गिर जाएगी।