राजस्थान सरकार बाजार हस्तक्षेप योजना में लहसुन की खरीद जल्द शुरू करे : बिरला

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लोक सभा अध्यक्ष ने की कृषि मंत्री कटारिया से बात

नई दिल्ली/कोटा। बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत राजस्थान में लहसुन-प्याज खरीद को लेकर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को एक बार फिर प्रदेश के कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया से बात की। स्पीकर बिरला ने कटारिया से कहा कि केंद्र सरकार से स्वीकृति मिलने के बावजूद राजस्थान सरकार द्वारा लहसुन की खरीद नहीं करने से किसान परेशान हो रहे हैं। कटारिया ने आश्वस्त किया कि सरकार जल्द ही लहसुन खरीद प्रारंभ करेगी।

दरअसल, राजस्थान में इस बार बंपर पैदावर के चलते लहसुन के दामों में भारी गिरावट दिखाई दी। इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा और उनकी लागत भी नहीं मिल पा रही थी। इसको देखते हुए किसान संगठनों तथा ग्रामीण प्रतिनिधिमंडलों ने गत 2 मई को कोटा स्थित लोकसभा कैंप कार्यालय में स्पीकर बिरला से मिलकर उन्हें अपनी समस्या बताई थी। उन्होंने स्पीकर बिरला से कहा था कि मौजूदा भावों से किसान मायूस हैं। कई ऐसे किसान हैं जो कर्ज में डूब चुके हैं। ऐसे किसानों की मदद के लिए स्पीकर बिरला पहल कर कोई कदम उठाएं।

स्पीकर बिरला ने किसानों की परेशानी को गम्भीरता से लेते हुए उसी समय प्रदेश के कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया को फोन कर बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत राज्य सरकार के स्तर से लहसुन खरीद के प्रस्ताव केंद्र सरकार को भिजवाने को कहा था। बिरला ने किसानों से वादा किया था कि प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद उन्हें यथाशीघ्र स्वीकृति दिलवा दी जाएगी।

राज्य सरकार के स्तर से प्रस्ताव केंद्र को पहुंचने के बाद स्पीकर बिरला इस मामले में लगातार सक्रिय दिखाई और और उनकी कोशिशों से 3 जून को केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने राज्य के कृषि विभाग को पत्र भेज बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत लहसुन-प्याज खरीदने को कहा है।

इस आदेश को जारी हुए दो हफ्ते बीतने के बाद भी प्रदेश में लहसुन खरीद नहीं होने की जानकारी मिलने पर स्पीकर बिरला ने बुधवार को फिर से कटारिया से फोन पर बात की। उन्होंने कटारिया से कहा कि यह स्थिति उचित नहीं है। किसानों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए जल्द से जल्द लहसुन खरीद किया जाना आवश्यक है।

1.07 मीट्रिक टन लहसुन की होनी है खरीद
केंद्र के कृषि मंत्रालय से राजस्थान के कृषि विभाग को भेजे पत्र के अनुसार प्रदेश में बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत 1 लाख 7 हजार 836 मीट्रिक टन लहसुन तथा 2 लाख 56 हजार 400 मीट्रिक टन प्याज की खरीद होनी है। लहसुन की खरीद 29 हजार 570 रूपए प्रति मीट्रिक टन जबकि प्याज 7780 रूपए प्रति मीट्रिक टन के भाव से होगी।