सिंगापुर। आसियान देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला रविवार को सिंगापुर पहुंचे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वहां भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों को संबोधित किया।
बिरला ने कहा कि भारत की आजादी के 75 वर्षों में, देश में व्यापक राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन हुआ है। भारत के लोकतंत्र और उसके लोकतांत्रिक लोकतांत्रिक संस्थानों ने पूरी दुनिया के सामने समावेशी विकास का एक आदर्श उदाहरण पेश किया है।
उन्होंने कहा कि रक्षा से लेकर प्रौद्योगिकी तक नए अवसर पैदा हो रहे हैं। युवा प्रतिभाओं और उद्यमियों की क्षमता का पूरा उपयोग करने के लिए स्टार्ट अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, स्किल इंडिया जैसी योजनाएं शुरू की गई हैं। आज भारत को पूरी दुनिया में सकारात्मक बदलाव के प्रतीक के तौर पर देखा जा रहा है। वर्तमान युग भारत में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का युग है, नवाचार का युग है।
उन्होंने कहा कि सिंगापुर में प्रवासी भारतीयों की भूमिका का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि भारतीय प्रवासी भारत की लुक ईस्ट नीति की सबसे बड़ी शक्ति हैं। ऐसे समय में जब दोनों देशों के बीच रचनात्मक संवाद के लिए मजबूत संस्थागत ढांचा मौजूद है और मजबूत सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संपर्क के कारण दोनों देशों के नागरिकों के बीच एक बेहतर समझ विकसित हुई है। बिरला ने कहा कि सिंगापुर के व्यापक आर्थिक और सामाजिक विकास में डायस्पोरा के सक्रिय योगदान ने दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों की नींव रखी है।
लोकसभा अध्यक्ष ने प्रवासी भारतीयों, विशेषकर युवाओं से भारत में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन के लिए हाथ बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि समय आ गया है कि मातृभूमि के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए युवाओं को सामूहिक रूप से काम करना चाहिए। आज देश के सभी क्षेत्रों के लोग, सभी भाषाओं के लोग राष्ट्र की सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए पहले राष्ट्र की भावना से काम कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जब भारत ने यूक्रेन और पड़ोसी देशों से 30,000 से अधिक नागरिकों को युद्ध क्षेत्र से निकाला, तो वर्तमान भारत के स्वाभिमान, शक्ति और शक्ति को दुनिया ने सलाम किया है। आज भारत की जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, वैश्विक शांति जैसे मुद्दों पर वैश्विक मंचों पर एक मजबूत आवाज है।