भगवान महावीर के विचारों और शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाना होगा: बिरला

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कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भगवान महावीर स्वामी का संदेश विश्व को शांति और सौहार्द का संदेश देते हुए मानव के जीवन को सेवा और कल्याण की दिशा की ओर अग्रसर करता है। वे गुरूवार को विनीत सागर जी महाराज के सानिध्य में आयोजित जनकल्याणक महोत्सव को संबोधित कर रहे थे।

दशहरा मैदान में आयोजित महोत्सव में भगवान महावीर स्वामी की वंदना करने के बाद स्पीकर बिरला ने कहा कि भगवान महावीर के विचारों और शिक्षा को हमें जन-जन तक पहुंचाना होगा। उनके आदर्शों को आत्मसात करके ही व्यक्ति अपने जीवन को बेहतर बना सकता है।

स्पीकर बिरला ने कहा कि 24वें तीर्थांकर महावीर स्वामी ने उस समय जो संदेश दिया था वह आज सदियों बाद और अधिक प्रासंगिक हैं। अपने तप और तपस्या से समाज में शांति और सौहार्द स्थापित कर सत्य और अहिंसा को बढ़ावा दिया था। आज एक बार फिर उनके दिखाए मार्ग पर चलने की जरूरत है।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भगवान महावीर ने जीवन में सत्य, दया और करूणा को आवश्यक तत्व बताया था। हम मनुष्यों के साथ-साथ सभी जीव-जंतुओं तथा प्रकृति के प्रति भी संवेदनशील रहें। उनके दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ते हुए जैन समाज लोगों के कल्याण के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रहा है। कोरोना के दौरान हमने देखा कि जैन समाज के लोग वंचित-अभावग्रस्तों की सहायता में अग्रणी रहे।

स्पीकर बिरला ने कहा कि जैन धर्म का मूल शांति, प्रेम, त्याग और अहिंसा के आदर्श गुणों में हैं। जैन धर्म ने त्याग, अपरिग्रह, अस्तेय जैसे महान मूल्यों का पोषण किया है। जैन धर्म के उपदेशों ने सत्य, अहिंसा तथा शांति के आदर्श गुणों में भारत की निष्ठा को और अधिक समृद्ध किया है।