नई दिल्ली। भारत में हॉर्टिकल्चर (बागवानी) प्रोडक्शन 2020-21 के 334.6 मिलियन टन से घटकर इस साल 333.3 मिलियन टन रहने का अनुमान है। पिछले साल की तुलना में इस साल आई 0.4 फीसदी की मामूली गिरावट की सबसे बड़ी वजह है आलू। पिछले साल की तुलना में आलू के प्रोडक्शन में करीब 4.6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। अभी तो आलू का सीजन है, इसलिए यह बाजार में किफायती दाम पर मिल रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में आलू के भाव तेजी से ऊपर जा सकते हैं।
प्याज से मिल सकती है राहत
हर बार प्याज की ऊंची कीमतों के चलते लोगों को बहुत परेशानी होती है, लेकिन उम्मीद है कि इस बार ऐसा नहीं होगा। दरअसल, इस बार प्याज का उत्पादन करीब 17 फीसदी बढ़ा है। यानी इस साल प्याज की कीमतें काबू में रहने की उम्मीद है।
इनका प्रोडक्शन भी गिरा
हॉर्टिकल्चर बास्केट में जिन अन्य प्रोडक्ट्स का प्रोडक्शन गिरा है, वह हैं मसाले, फूल, सुगंध और दवाओं वाले पौधे, जिनके प्रोडक्शन में गिरावट देखी गई। एग्रिक्लचर मिनिस्ट्री की तरफ से सोमवार को आए आंकड़ों के अनुसार हॉर्टिकल्चर में ये गिरावट खेती के क्षेत्र में मामूली बढ़ोतरी के बावजूद आई है। 2020-21 में खेती का एरिया 27.5 मिलियन हेक्टेयर था, जो इस साल 27.6 मिलियन हेक्टेयर हो गया है।