कोटा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र की जनता को सोगरिया-नई दिल्ली एक्सप्रेस का तोहफा दिया। उन्होंने सोगरिया स्टेशन पर हरी झंडी दिखाकर इस नई रेल सेवा का शुभारंभ किया। इसके बाद सोगरिया स्टेशन सोमवार को देश के उन चुनिंदा शहरों में शामिल हो गया जो सीधी ट्रेन के माध्यम से देश की राजधानी दिल्ली से जुड़े हैं।
गत 5 जनवरी को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पुनर्विकसित सोगरिया स्टेशन का लोकार्पण किया था। इसके करीब सवा माह बाद उन्होंने सोमवार के इस स्टेशन से संचालित की जा रही पहली ट्रेन को भी रवाना किया। इसके बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि वित्त मंत्री ने देश में 400 नई वंदे भारत ट्रेनों के संचालन की घोषणा की है। हमारा प्रयास होगा कि पहले चरण में ही कोटा को वंदे भारत ट्रेन आवंटित हो।
उन्होंने कहा कि नई दिल्ली के लिए कोटा से नई ट्रेन की मांग काफी समय से की जा रही थी। सोगरिया-नई दिल्ली एक्सप्रेस के माध्यम से रेल यात्रियों को कानपुर तक की कनेक्टिविटी मिलेगी। इसका लाभ कोटा-बूंदी सहित संभाग भर के यात्रियों को मिलेगा। हम कोटा मंडल के छोटे स्टेशनों पर भी प्रत्येक घंटे रेल सेवा उपलब्ध करवाना चाहते हैं।
लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने कहा कि रेल हमारे प्रतिदिन के जीवन से जु़ड़ी है। सोगरिया से नई दिल्ली और कानपुर के लिए ट्रेन सेवा प्रारंभ करवाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष बिरला के प्रयास सफल रहे। हमें आशा है कि भविष्य में कई और ट्रेनें सोगरिया ओर डकनिया तलाव स्टेशन से प्रारंभ होंगी। कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता सत्यनारायण शर्मा, पार्षद संतोष बैरवा, लव शर्मा, जितेंद्र चैधरी, पूर्व पार्षद विकास चैधरी, महीप सिंह सोलंकी, निजामुद्दीन बबलू, अक्षय चैधरी, अजय चतुर्वेदी भी उपस्थित रहे।
कोटा को देश के सभी प्रमुख शहरों से जोड़ेंगे
स्पीक बिरला ने कहा कि कोटा देश की शैक्षणिक नगरी होने के साथ उद्योग और व्यापार का भी प्रमुख केंद्र है। मुकुंदरा टाइगर रिजर्व और बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के कारण यह भविष्य में देश के प्रमुख पर्यटक स्थलों में भी अपनी जगह बना लेगा। ऐसे में हमारे प्रयास है कि कोटा को देश के सभी प्रमुख शहरों से सीधी रेल सेवा से जोड़ा जाए।
कोटा-डकनिया जल्द बनेंगे वर्ल्ड क्लास स्टेशन
स्पीकर बिरला ने कहा कि कोटा और डकनिया तलाव स्टेशन जल्द ही वर्ल्ड क्लास बनेंगे। इन दोनों स्टेशनों पर यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। प्रयास है कि 2024 तक इनका काम पूरा कर लिया जाए। हम कोटा को हाईस्पीड ट्रेनों से भी जोड़ना चाहते हैं। कोटा मंडल में गाड़ियों की गति 160 किमी तक करने की दिशा में भी काम चल रहा है।