मुंबई। देश का चालू खाते का घाटा (सीएडी) सितंबर तिमाही में 9.6 अरब डॉलर रहा जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.3 प्रतिशत है। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को बताया कि चालू खाता चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही और जून-सितंबर 2020 की तिमाही दोनों में अधिशेष की स्थिति में था।
देश का चालू खाता अप्रैल-जून 2021 में 6.6 अरब डॉलर अधिशेष की स्थिति में था जो जीडीपी का 0.9 प्रतिशत था। जबकि एक साल पहले सितंबर तिमाही में चालू खाता 15.3 अरब डॉलर यानी जीडीपी का 2.4 प्रतिशत अधिशेष था।चालू खाते में वस्तु एवं सेवाओं के निर्यात और आयात के मूल्य के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंतरित पूंजी भी शामिल होती है।
आरबीआई के आंकड़े के अनुसार मुख्य रूप से व्यापार घाटा बढ़ने से सीएडी बढ़ा है। व्यापार घाटा सितंबर तिमाही में बढ़कर 44.4 अरब डॉलर पहुंच गया जो इससे पूर्व अप्रैल-जून, 2021 तिमाही में 30.7 अरब डॉलर था। इसके अलावा निवेश आय की निकासी का भी असर चालू खाते पर पड़ा। आलोच्य तिमाही में शुद्ध सेवा प्राप्ति अप्रैल-जून तिमाही की तुलना में मामूली रूप से घटी। लेकिन सालाना आधार पर यह बढ़ी है।