कोरोना काल में कर्मचारियों ने परिवार बनकर की सेवा: बिरला

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कोटा। कोरोना के दौरान भारत ही नहीं पूरे विश्व में हालात विकट थे। चिकित्सा इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत नहीं होने के कारण हमारे यहां चुनौती ज्यादा बड़ी थी। भारतीयों की सामूहिकता की शक्ति के कारण हम कोरोना की चुनौती का सामना कर सके। इसमें सहायक कर्मचारियों ने भी अहम योगदान दिया। यह बात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सहायक कर्मचारियों के अधिवेशन और कोरोना योद्धाओं के सम्मान समारोह में कही।

छावनी स्थित पालीवल कंपाउंड में आयोजित कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर जब पीक पर थी तो कोई भी कोविड रोगी के पास जाने को तैयार नहीं था। ऐसे में कोरोना योद्धाओं और सहायक कर्मचारियों ने परिवारजन रोगियों की सेवा की। इस दौरान कई कर्मचारियों ने अपने प्राणों का बलिदान भी दिया। यह देश और समाज उनके बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा।

उन्होंने कहा कि सहायक कर्मचारी राष्ट्र सेवा का अपना संकल्प पूरे समपर्ण के साथ निभाते हैं। ऐसा कर वह समाज की भी बड़ी सेवा कर रहे हैं। कर्मचारियों की अपनी कुछ समस्याएं हैं जिनके निराकरण की आवश्यकता है। राज्य स्तर पर विधायक इसके लिए प्रयास करेंगे। केंद्र से जुड़े मामलों में सांसदों को इन मामलों को संसद में उठाने के पूरे अवसर दिए जाएंगे, ताकि यह विषय केंद्र सरकार के संज्ञान में आ सकें। कार्यक्रम को विधायक कल्पना देवी और संदीप शर्मा ने भी संबोधित किया।