चना रोज-रोज क्यों टूट रहा है और अब इसमें आगे क्या होगा

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मुकेश भाटिया
कमोडिटी एक्सपर्ट

कोटा। कुछ समय पहले सरकार ने NCDEX में नए सौदे लेने पर रोक लगा दी थी और साथ ही ये भी रूल बना दिया गया था के जिस जिसने जो सौदा जिस कटान का ले रखा है उस दिन उसको वो माल बेच के निकलना होगा। और वो अपने सौदे को आगे एक्सटेंड नही कर पायेगा। इसका शॉर्ट टर्म में विपरित असर पड़ा। चने पे और चना तेज हो गया। अब लगभग 1 महीने बाद सरकार जो चाहती थी और सरकार ने जिस वजह से ये रूल लगाया था, उसका प्रभाव मार्केट में देखने को मिल रहा है।

देखिए 20 सितंबर तक बहुत सारे सौदे अब NCDEX में चने की बिकवाली के हैं, जो अब व्यापारियों को ना चाहते हुए भी बेचने पड़ेंगे। इससे होगा ये कि धड़ाधड़ बिकवाली होगी। NCDEX में चने की और बिकवाली से मार्केट पे दबाव बनेगा। और उससे बाजार टूटेगा। NCDEX का भी और हाजिर चना भी। तो आप लोग अब समझ गए होंगे। बाजार रोज रोज क्यू टूट रहा है। बाकी घबराने वाली कोई बात नहीं है ये टेंपरेरी मंदा आएगा।

सरकार की इस रणनीति से बाकी बाजार फिर तेज हो जाएंगे। पूरी पाइप लाइन खाली है। इनके पास माल नहीं है। इनके ये नाटक ज्यादा दिन नही चलेंगे। विदेश से कोई पड़ता नही है और न ही कोई सौदे हुए हैं इंपोर्ट के। पर जैसा की हम सब देखते आ रहे है कि सरकार की पैनी नजर चने पर बनी हुई है। सरकार अब तक चने की तेजी को रोकने के लिए नेफेड बिक्री, स्टॉक लिमिट, स्टॉक ब्योरा, NCDEX पर रोक ऐसे कई नियम लगा चुकी है।

सरकार की मंशा साफ है कि जितना इनसे रुकेगा ये चने की तेजी को रोकेंगे। पर ये बात भी सच है के चने में मंदा आ ही नही सकता। स्थाई तौर पर क्योंकि माल ही नहीं है। पर जब तक सरकार नए नए फरमान सुनाती रहेगी, चने में आने वाली तेजी आगे- आगे बढ़ती रहेगी। हम व्यापारियो को केवल जरूरत है तो धैर्य और इंतजार करने की। दहशत और डर से बचने की अक्टूबर में 5800 का भाव देखने को मिल सकता है। अपना स्टॉक मेंटेन रखें दहशत में बिकवाली न करे।