कोटा। भूटान के थिंपू शहर की तर्ज पर अनंतपुरा-स्टेशन राेड काे सिग्नल फ्री करने के लिए सभी चाैराहाें पर अंडरपास और फ्लाईओवर का काम लगभग पूरा हाे चुका है। इस प्राेजेक्ट पर अब तक लगभग 211.20 कराेड़ रुपए खर्च हुए हैं। लेकिन, काेटड़ी चाैराहे पर लगने वाला जाम इस प्राेजेक्ट में सबसे बड़ी समस्या बन रहा था। अब काेटड़ी चाैराहे पर ग्रेड सेपरेटर बनाया जाएगा। इस पर 11 कराेड़ रुपए खर्च हाेंगे। यूआईटी यहां 6 माह में एक अंडरपास और ओवरब्रिज बनाएगी। इसके बाद अनंतपुरा से स्टेशन तक का 25 किमी का सफर 10 से 15 मिनट में पूरा हो जाएगा।
कोटड़ी चाैराहे पर काेटा का पहला ग्रेड सेपरेटर बनाया जाएगा, जिसमें अंडरपास और ओवरब्रिज दाेनाें हाेंगे। इसके बाद अनंतपुरा से स्टेशन तक के रास्ते में काेटड़ी का रेड सिग्नल रुकावट नहीं बनेगा और दाेनाें तरफ से आने-जाने वाले वाहन सीधे बिना रुके निकल सकेंगे। साथ ही स्टेशन की तरफ से आकर काेटड़ी-गुमानपुरा मार्केट की तरफ जाने वाले वाहन भी बेराेकटाेक निकल सकेंगे। इसके लिए पिछले कई महीनाें से इंजीनियर्स, कंसल्टेंट और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के बीच प्लानिंग चल रही थी।
जाम से मुक्ति मिलेगी:ग्रेड सेपरेटर बनने से काेटड़ी चाैराहे पर जाम से भी राहत मिलेगी। अभी इस 25 किमी के रास्ते में केवल काेटड़ी चाैराहे पर ही रेड सिग्नल है। इस राेड पर ट्रैफिक का भार सबसे ज्यादा रहता है। सुबह और शाम को चौराहा पार करने में लगभग 15 से 20 मिनट लगते हैं। इस चौराहे से रोज औसतन एक लाख वाहन गुजरते हैं।
ऐसा बनेगा ग्रेड सेपरेटर:इसमें काेटड़ी चाैराहे पर अंडरपास और ओवरब्रिज दाेनाें ही बनाए जाएंगे। यह वर्तमान में अंटाघर चाैराहे और एराेड्राम सर्किल पर बने अंडरपास की तरह से नहीं हाेंगे, बल्कि इसकी डिजाइन इस तरह से बनाई गई है कि ये दाेनाें एक-दूसरे से अलग-अलग बनेंगे।
स्टेशन से गुमानपुरा : काेटडी चाैराहे पर नयापुरा, स्टेशन की तरफ से आकर गुमानपुरा की तरफ जाने वालाें के लिए अंडरपास बनेगा। जिन्हें गुमानपुरा, न्यू काॅलाेनी, सिंधी काॅलाेनी, कैथूनीपाेल या बैराज की तरफ जाना है, वाे सीधे इस अंडरपास से हाेकर कांग्रेस कार्यालय के सामने निकल जाएंगे।
स्टेशन से छावनी : जिन्हें नयापुरा व स्टेशन की तरफ से सीधे छावनी, एराेड्रम सर्किल या आगे की तरफ जाना है, उनके लिए काेटड़ी चाैराहे पर ओवरब्रिज बनेगा। उन्हें बिना कहीं रुके सीधे रास्ता मिल जाएगा। इसी तरह छावनी व एराेड्रम की तरफ से आकर स्टेशन जाने वाले भी ओवरब्रिज का ही इस्तेमाल करेंगे।