कोटा के ग्रामीण हाट बाजार एवं पुरामहत्व की बावड़ी का अस्तित्व खतरे में

0
457

कोटा। सीवी गार्डन स्थित कला दीर्घा के समाने ग्रामीण हाट बाजार एवं प्राचीन बावड़ी बावड़ी का अस्तित्व खतरे में है। इस मामले में कोटा हेरिटेज सोसायटी एवं भारतीय सांस्कृतिक निधि इंटेक ने गुरुवार को कला दीर्घा में आयोजित पत्रकार वार्ता में आपत्ति दर्ज कराई है।

कोटा हेरिटेज सोसायटी एवं कलादीर्घा बचाओ आंदोलन के संयोजक राजेश राय, केएचएस की विक्टोरिया सिंह, जयवर्द्धन सिंह, वरिष्ठ साहित्यकार अंबिका दत्त चतुर्वेदी, समर्पण बहुउद्देश्यीय सेवा समिति के अध्यक्ष विजय माहेश्वरी, कलाकार सर्वेश हाडा़, इंटेक के सह समन्वय बहादुर सिंह हाड़ा, आजीवन सदस्य बृजेश विजयवर्गीय, अर्चना राजावत आदि ने कहा कि कोराना लॉकडाउन की आड़ में यहां प्राकृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को नष्ट किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि अब नगर विकास न्यास राख डाल कर वेटलैण्ड को भी खत्म कर बस स्टेण्ड बनाने के लिए रास्ता निकाल रहा है, जो पर्यटन महत्व के क्षेत्र के लिए अनुचित है। डेजर्ट पार्क का मिला लिया, लेकिन सीवी गार्डन को काट कर छोटा भी किया जा रहा है। उन्होंने नगर विकास न्यास के अधिकारियों से पूछा है कि यह कौनसा विकास है?

उन्होंने बताया कि इसके लिए पूर्व में राज्यपाल को भी ज्ञापन दिया गया। अब पुनः मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रस्तुत कर जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा। चतुर्वेदी एवं हाड़ा ने कहा कि नगर विकास न्यास यहां कौनसा विकास करना चाहता है। कहीं बोर्ड लगा कर सार्वजनिक तो करे। न्यास के इंजीनियर न तो पर्यावरण का ज्ञान रखते हैं और न ही विरासत का। यह सरकार के लिए भी शर्मनाक पहलू है। इसके बाद आयोजित बैठक में जन आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा की गई।