सरकार हॉलमार्क में आ रही परेशानियां दूर करे, ज्वैलर्स ने बिरला को बताई समस्या

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ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन का प्रतिनिधिमंडल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को ज्ञापन देते हुए।

नई दिल्ली/ कोटा। ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (AIJGF) के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को नई दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर सोने के जेवरात पर हॉलमार्क करवाने में आ रही परेशानियाें से अवगत कराते हुए सरकार से इसे दूर कराने एवं व्यापारियों को राहत दिलवाने का अनुरोध किया।

फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि ग्राहकों को शुद्धता की गारंटी देने के उद्देश्य से सरकार ने देश के 256 जिलों में जून माह से स्वर्णाभूषणों पर हॉलमार्क अनिवार्य कर दिया है जिसका की हम स्वागत करते हैं परन्तु हॉलमार्किंग और एचयूआईडी लगवाने में देश भर के व्यापारियों को बहुत सी व्यवहारिक परेशानियां आ रही है जिसे दूर करने की आवश्यकता है।

उन्होंने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा अब छह केटेगरी को हॉलमार्किंग के लिए मान्यता दे दी है। पुराने स्टॉक को नये नियमों के अनुसार हॉलमार्क करवाने में जो समय सीमा दी है वो बहुत कम है। क्योंकि देशभर में हॉलमार्क सेंटर कम है और जेवरों की संख्या बहुत ज्यादा। ऐसे में पुराने स्टॉक पर हॉलमार्क करवाने की अवधि बढ़ानी चाहिए जिससे सभी व्यापारी सुविधा से हॉलमार्क करवा सकें।

इसके अतिरिक्त फेडरेशन ने लोकसभा अध्यक्ष को बीआईएस के पोर्टल पर गलतियों को सुधारने के लिए एडिट बटन लगाने, जेवर के निर्माण के समय प्रथम बिंदु पर हॉलमार्क करवाने, आभूषणों में बदलाव होने पर एक ही एचयूआईडी नंबर को मान्यता देने, शादी ब्याह या अन्य उपलक्ष्य में निर्मित करने के कारण न्यूनतम एक दो जेवर पर भी हॉलमार्क करने की स्वीकृति देने, हॉलमार्क सेंटर बढ़ाने, कानून का सरलीकरण करने सहित कई मांगों का ज्ञापन सौंपा।

18 अगस्त को दोबारा बुलाया
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने ज्वैलर्स फेडरेशन के प्रतिनिधियों की बातों को गंभीरता से सुनते हुए सरकार तक व्यापारियों की समस्याओं को पहुंचाने का आश्वासन दिया और 18 अगस्त को अधिकारियों के समक्ष चर्चा करने के लिए दोबारा आमंत्रित किया है। प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय सचिव राजीव रस्तोगी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुशील कुमार जैन, नॉर्थ इंडिया के अध्यक्ष बिमल मेहता, दिल्ली अध्यक्ष राकेश मलिक, उपाध्यक्ष ज्ञान माहेश्वरी, मथुरा प्रान्त के संयोजक अमित जैन आदि शामिल थे।

कोटा में दो ही हॉलमार्क सेंटर
श्री सर्राफा बोर्ड के अध्यक्ष सुरेन्द्र गोयल विचित्र ने बताया कि पूरे हाड़ौती संभाग के कोटा में केवल दो हॉलमार्क सेंटर काम कर रहे हैं और हॉलमार्क अनिवार्य होने के बाद से रजिस्टर्ड व्यापारियों की संख्या बढ़कर करीब 100 हो गई है।

प्रक्रिया बहुत जटिल
उन्होंने कहा कि अब 20 कैरेट पर भी हॉलमार्क शुरू हो गया है ऐसे में बड़ी संख्या में व्यापारी अपने पुराने स्टॉक पर हॉलमार्क करवाने जाएंगे। हॉलमार्क करने की प्रक्रिया भी बहुत ही जटिल कर दी है जिसके कारण समय अधिक लगेगा और जोखिमपूर्ण भी रहेगा।

हॉलमार्क सेंटर बढ़ाने की मांग
विचित्र ने कहा कि सरकार को इस कानून में सरलीकरण करने के साथ ही हॉलमार्क सेंटर बढ़ाने चाहिए। साथ ही सेंटर को आ रही परेशानियाें को भी दूर करना चाहिए।