कोटा। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कोटा में कोचिंग एवं स्कूल खुलवाने के लिए आज सभी वर्गों से संपर्क साधा जिसमें कोचिंग संचालक, स्कूल संचालक, जनप्रतिनिधि ,व्यापार महासंघ की 150 संस्थाएं, समाजसेवी संस्थाओं ने अपना खुलकर समर्थन दिया है।
इसी संदर्भ में कोटा व्यापार महासंघ ने आगे के आंदोलन की तैयारियों को लेकर एक बैठक का आयोजन किया, जिसमें चंबल हॉस्टल स्टेशन के अध्यक्ष भगवान बिरला सचिव अशोक लड्ढा, कोटा डिस्ट्रिक्ट सेंटर हॉस्टल एसोसिएशन के महासचिव अनिल अग्रवाल, कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल, सचिव पंकज जैन, कौरल हॉस्टल एसोसियेसन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, शुभम अग्रवाल इलेक्ट्रॉनिक्स काम्पलेक्स हॉस्टल एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमंत जैन सचिव परेश गुप्ता सहित कई पदाधिकारियों ने भाग लिया और इस क्षेत्र से जुड़े लोगों से जनसंपर्क किया। उन सभी वर्गो ने इस आंदोलन में अपना समर्थन दिया।
कोटा डिस्ट्रिक्ट सेंटर हॉस्टल एसोसिएशन द्वारा इंद्रा विहार विकास सोसायटी भवन पर आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि सरकार कोचिंग एवं स्कूल के खोलने के मामले में गंभीर नहीं है। इस वजह से हमें मजबूर होकर आंदोलन की राह पकड़नी पड़ी। इससे कोटा के हर वर्ग ने इस मांग का समर्थन करते हुए तन-मन-धन से सहयोग करने का आश्वासन दिया।
सभी वर्गों के मिल रहे जनसमर्थन को देखते हुए यह जन-जन का आंदोलन बनता जा रहा है। अब सरकार को निश्चित ही इस दिशा में ठोस कदम उठाकर यहां पर शीघ्र कोचिंग एवं स्कूल खुलवाने के आदेश दिए जाने चाहिए।
इस अवसर पर कोटा डिस्ट्रिक्ट सेंटर हॉस्टल एसोसियेसन के महासचिव अनिल अग्रवाल ने बताया कि हमारी एसोसिएशन पूरी तरह से इस आंदोलन को सफल बनाने में लगी हुई है। 13 अगस्त को आयोजित जनाक्रोश रैली के लिए सभी सदस्यों में जबरदस्त उत्साह है।
इस अवसर पर इंद्रा विहार विकास सोसायटी के सचिव अशोक लड्ढा ने कहा कि सोसायटी के सभी निवासियों ने इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। क्योंकि यहां के निवासियों ने करोड़ों रुपए का कर्ज लेकर अपने भवनों का विस्तार किया है। जिनकी बैंकों की किस्तें एवं बिजली के बिल भरना भी अब मुश्किल होता जा रहा है। इस क्षेत्र में सैकड़ों की तादाद में मैस भी है जो पूरी तरह से ठप्प पड़े हुए हैं। वह भी इस आंदोलन में सक्रिय समर्थन देने के लिए आगे आए हैं ।