नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी की चार्जिंग में लगने वाले समय को देखते हुए चीन की कार कंपनी ने बैटरी चार्जिंग को लेकर एक नई टेक्नोलॉजी विकसित की है, जिसकी मदद से इलेक्ट्रिक कार की बैटरी सिर्फ 10 मिनट के समय में चार्ज हो जाएगी। आमतौर पर इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को सामान्य चार्जर से चार्ज करने पर 6 से 8 घंटे का समय लग जाता है। ऐसे में
चीन की वाहन निर्माता कंपनी Guangzhou Automobile Corporation (GAC), ग्वांगझू ऑटोमोबाइल कॉर्पोरेशन (जीएसी) ने हाल ही में अपनी नई इलेक्ट्रिक कार Aion V को पेश किया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस कार में ग्रैफीन बैटरी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, जो कार को सिर्फ 8 मिनट में 80 फीसदी तक चार्ज कर सकती है। GAC का दावा है कि उसकी 3सी और 6सी वर्जन टेक्नोलॉजी बैटरी को तेज रफ्तार से चार्ज करने में सक्षम है। इनमें 3सी फास्ट चार्जर से कार की बैटरी को सिर्फ 16 मिनट में ही 0 से 80 फीसदी चार्ज किया जा सकता है। जबकि, 10 मिनट में बैटरी 30 से 80 फीसदी तक चार्ज हो जाती है।
तेल भराने से भी कम समय में हो जाएगी चार्ज: इसमें कोई शक नहीं कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इस समय मौजूद चार्जिंग आउटपुट की तुलना में यह बेहद तेज है। मिसाल के लिए, जितना समय किसी गैर-इलेक्ट्रिक कार के ईंधन टैंक को फुल भरने में लगता है, उससे कम समय में यह इलेक्ट्रिक कार चार्ज हो जाती है। माना जा रहा है कि लॉन्च होने के बाद यह टेक्नोलॉजी इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में क्रांति ला सकती है।
1000 किमी की रेंज: कंपनी का दावा है कि GAC Aion V इलेक्ट्रिक कार फुल चार्ज होने के बाद यह 1000 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी की इस ग्रेफीन बैटरी टेक्नोलॉजी का आने वाले कुछ समय तक व्यावसायीकरण होना मुश्किल है। फिर भी, इस क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी की शुरुआत होना यह संकेत है कि आने वाले कुछ वर्षों में हम सड़कों पर पर 1000 किलोमीटर की ड्राइविंग रेंज वाले वाहनों को सड़कों पर दौड़ते हुए देख सकेंगे।
पावरफुल बैटरी: कुछ जानकारों का मानना है कि तेजी से चार्जिंग होने के कारण बैटरी जल्दी खराब हो जाती है। लेकिन वाहन निर्माता कंपनी GAC ने इन बातों को आधारहीन बताया है। ग्वांगझू ऑटोमोबाइल कॉर्पोरेशन कंपनी का दावा है कि उनकी कार को एक लाख किलोमीटर तक चलाने के बाद भी बैटरी को कोई नुकसान नहीं होगा।