मुंबई। सेंट्रल पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) ने कोक, पेप्सी और बिसलेरी पर भारी-भरकम जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना प्लास्टिक कचरा के डिस्पोजल और इसे कलेक्ट करने के मामले में सरकारी बॉडी को जानकारी नहीं देने के मामले में लगाया गया है। बिसलेरी पर 10.75 करोड़ रुपए, पेप्सिको इंडिया पर 8.7 करोड़ और कोका कोला बेवरेजेस पर 50.66 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
इनके अलावा बाबा रामदेव की पतंजलि पर 1 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगाई गई है। जबकि एक अन्य कंपनी पर 85.9 लाख रुपए की पेनाल्टी लगाई गई है। कोक और पेप्सी ने कहा कि वे इस जुर्माने की समीक्षा कर रही हैं। बता दें कि पेप्सिको और कोकाकोला कोल्डड्रिंक बनाती हैं, जबकि बिसलेरी पानी के बोतल को बनाती है। यह सभी प्लास्टिक कचरा के सेगमेंट में आते हैं।
CPCB ने कहा है कि इन सभी को 15 दिनों में जुर्माने की रकम को भरना होगा। प्लास्टिक कचरों के मामलों में एक्सटेंडेड प्रोड्यूसर रिस्पांसिबिलिटी (EPR) एक पॉलिसी पैमाना है जिसके आधार पर प्लास्टिक का निर्माण करने वाली कंपनियों को प्रोडक्ट के डिस्पोजल की जिम्मेदारी लेनी होती है।
बिसलेरी का प्लास्टिक का कचरा करीबन 21 हजार 500 टन रहा है। इस पर 5 हजार रुपए प्रति टन के हिसाब से जुर्माना लगाया गया है। पेप्सी के पास 11,194 टन प्लास्टिक कचरा रहा है। कोका कोला के पास 4,417 टन प्लास्टिक कचरा रहा है। यह कचरा जनवरी से सितंबर 2020 के दौरान था। EPR का लक्ष्य 1 लाख 5 हजार 744 टन कचरा का था।
कोक के प्रवक्ता ने कहा कि हमें CPCB की ओर से नोटिस मिली है। हम पूरे कंप्लायंस के साथ अपना ऑपरेशन चलाते हैं। इसमें रेगुलेटरी फ्रेमवर्क और कानूनों के तहत काम किया जाता है। हम इस ऑर्डर की समीक्षा कर रहे हैं और संबंधित अथॉरिटी के साथ इसे सुलझाने की कोशिश करेंगे। पेप्सिको ने कहा कि हम प्लास्टिक कचरे के मामले में एक्सटेंडेड प्रोड्यूसर्स रिस्पांसिबिलिटी (EPR) के तहत पूरी प्रक्रिया का पालन करते हैं।
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