सिविल सर्विस प्रोबेशनर्स को पीएम मोदी की नसीहत, जानिए क्या बोले

0
489

नई दिल्‍ली। देश के भावी अधिकारियों से बात करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एक विशेष आग्रह किया है। सिविल सर्विस प्रोबेशनर्स से उन्‍होंने कहा कि आज रात सोने से पहले वे अपने कर्तव्‍यों के बारे में लिखकर रख लें। पीएम मोदी ने कहा कि ‘ये कागज का टुकड़ा जीवन भर’ उनके साथ ‘हृदय की धड़कन’ बनकर रहेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपील करते हुए कहा कि ‘सिविल सर्वेंट जो भी निर्णय ले, वो राष्ट्रीय संदर्भ में हों, देश की एकता अखंडता को मजबूत करने वाले हों।’ वह गुजरात के केवड़‍िया में सिविल सर्विस प्रोबेशनर्स से बात कर रहे थे। देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्‍लभभाई पटेल की जयंती पर उनकी सलाह भी पीएम ने होने वाले अधिकारियों से साझा की। उन्‍होंने कहा कि कि ‘देश के नागरिकों की सेवा अब आपका सर्वोच्च कर्तव्य है।’

आज सोने से पहले खुद को आधा घंटा दीजिए’
जब आपका बैच काम करना शुरू करेगा, तो वो समय होगा जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 75वे वर्ष में होगा। आप ही वो अफसर हैं, जो उस समय भी देश सेवा में होंगे, जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष मनाएगा। मेरा आग्रह है कि आज की रात सोने से पहले खुद को आधा घंटा दीजिए। अपने कर्तव्य, दायित्व, प्रण के बारे में जो आप सोच रहे हैं, उन्हें लिखकर रख लीजिएगा। ये कागज का टुकड़ा जीवन भर आपके संकल्पों को साकार करने के लिए आपके हृदय की धड़कन बनकर आपके साथ रहेगा।

समझाया सरदार पटेल के ‘स्‍टील फ्रेम’ का मतलब
पटेल ने ब्‍यूरोक्रेसी को ‘देश का स्टील फ्रेम’ कहा था। पीएम मोदी ने अधिकारियों को इसका मतलब भी समझाया। उन्‍होंने कहा, “स्टील फ्रेम का काम सिर्फ आधार देना, सिर्फ चली आ रही व्यवस्थाओं को संभालना ही नहीं होता। स्टील फ्रेम का काम देश को ये एहसास दिलाना भी होता है कि बड़े से बड़ा संकट हो या फिर बड़े से बड़ा बदलाव, आप एक ताकत बनकर देश को आगे बढ़ाने में सहयोग करेंगे।”

भावी अधिकारियों को पीएम मोदी की नसीहत

  • पीएम की तरफ से देश की व्‍यवस्‍था का हिस्‍सा होने जा रहे युवाओं को कई नसीहतें भी मिलीं। प्रधानमंत्री ने कहा क‍ि ‘हमें गवर्नमेंट से गवर्नेंस की तरफ बढ़ने की जरूरत है।’ उन्‍होंने भावी अधिकारियों से कहा:
  • एक सिविल सेवा अधिकारी के लिए सबसे पहले जरूरी है कि आप देश के सामान्य मानवी से निरंतर जुड़े रहें। जब आप लोगों से जुड़े रहेंगे, तो लोकतंत्र में काम करना और आसान हो जाएगा। फील्ड में लोगों से कट-ऑफ कभी मत कीजिए।
  • जो भी काम करिए, जिस किसी के लिए भी करिए, अपना समझ कर करिए। जब आप अपने विभाग में सामान्य जनों को अपना परिवार समझ कर काम करेंगे, तो आपको कभी थकान नहीं होगी, आप हमेशा नई ऊर्जा से भरे रहेंगे।
  • ‘दिखास’ और ‘छपास’ दो रोगों से दूर रहिएगा। दिखास और छपास यानी, टीवी पर दिखना और अखबार पर छपना। ये दोनों रोग जिसे लगे, वो अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर सकता।

मैं आपका दोस्‍त, साथी हूं: मोदी
मोदी ने भावी अधिकारियों से कहा कि वे हर वक्‍त उनके साथ खड़े हैं। उन्‍होंने कहा, “मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं पल पल आपके साथ हूं। जब भी जरूरत पड़े , आप मेरा दरवाजा खटखटा सकते हैं। जब तक मैं हूं, जहां भी हूं, मैं आपका दोस्त हूं, आपका साथी हूं।”