नई दिल्ली। दवा कंपनी जायडस कैडिला ने गुरुवार को कहा कि उसने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए उपयोगी दवा रेमडेसिवियर को रेमडेक ब्रैंड नाम से भारतीय बाजारों में पेश किया है। कंपनी ने बताया कि रेमडेक की 100 मिलीग्राम की शीशी की कीमत 2,800 रुपये है, जो भारत में उपलब्ध रेमडेसिवियर का सबसे सस्ता ब्रैंड है।
जायडस कैडिला ने बताया कि यह दवा उसके डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क के जरिए पूरे देश में उपलब्ध होगी। यह दवा सरकारी और निजी अस्पतालों में मिलेगी। कैडिला हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक डॉ. शरविल पटेल ने कहा, ‘रेमडैक सबसे सस्ती दवा है, क्योंकि हम चाहते हैं कि कोविड-19 के इलाज में अधिक से अधिक मरीजों तक यह दवा पहुंच सके।’
दूसरे चरण में कोरोना की वैक्सीन
इस दवा के लिए ऐक्टिव फार्मसूटिकल इन्ग्रीडीअन्ट (एपीआई) का मैन्यफैक्चरिंग ग्रुप की गुजरात स्थित यूनिट में किया गया है। जायडस कैडिला कोविड-19 की वैक्सीन बनाने की कोशिश भी कर रही है और जायकोव-डी नाम की यह वैक्सीन क्लिनिकल परीक्षण के दूसरे चरण में है। दूसरे चरण में सेफ्टी के साथ-साथ इम्युनिटी की जांच की जाती है। इस चरण में पता चलता है कि क्या वैक्सीन एंटीबॉडी और इम्युनिटी तैयार कर पा रही है या नहीं।
भारत बायोटेक भी वैक्सीन पर कर रही काम
जायडस कैडिला भारत की दूसरी फार्मा कंपनी है जिसे DCGA से वैक्सीन तैयार करने की अनुमति मिली है। पहली कंपनी Bharat Biotech है जो COVAXIN पर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के साथ काम कर रही है।