महिंद्रा ने उतारी XUV 300, जानिए खासियत

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नई दिल्ली। सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी (4 मीटर से छोटी) सेगमेंट में बड़ी हलचल चल रही है। इस साल कई नई गाड़ियां आ सकती हैं। सेगमेंट में खुद को मजबूत करने के लिए महिंद्रा ने XUV300 को उतारा है, जिसे शुरुआती रेस्पॉन्स काफी अच्छा मिला है। पेश है इस गाड़ी की टेस्ट ड्राइव रिपोर्ट :

इसकी डिजाइन की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें एसयूवी वाला कैरक्टर साफ नजर आता है। सब 4 मीटर एसयूवी बनाने में यही सबसे बड़ा चैलेंज होता है। इसका डिजाइन न सिर्फ रफ ऐंड टफ दिखता है, बल्कि प्रीमियम इनपुट्स भी अच्छी तरह से डाले गए हैं।

कुल मिलाकर यह देखने में एक मॉडर्न कॉम्पैक्ट एसयूवी वाला लुक देती है। इसका फ्रंट और साइड प्रोफाइल एक मजबूत गाड़ी वाली फील देता है। बैक का डिजाइन कुछ लोगों को थोड़ा कॉम्प्लेक्स लग सकता है, लेकिन यह गाड़ी की प्रीमियमनेस को बढ़ाता है और खासतौर पर रात में गाड़ी की एलईडी बैकलाइट्स जबरदस्त दिखती हैं।

इंटीरियर और स्पेस
इंटीरियर में आपको महिंद्रा की किसी भी पुरानी गाड़ी जैसा कुछ नहीं मिलेगा। केबिन की डिजाइन और क्वॉलिटी के मामले में महिंद्रा के लिए एक नए युग की शुरुआत माना जा सकता है। डैश बोर्ड से लेकर दरवाजों तक पर ड्यूल टोन, ग्लॉसी ब्लैक, मैट ब्लैक और सिल्वर का कॉम्बिनेशन मिलता है।

क्वॉलिटी और फिट-फिनिश के मामले में भी इसे अच्छे नंबर दिए जा सकते हैं। फ्रंट सीट्स काफी कंफर्टेबल और स्पेशियस हैं और बैक सीट्स पर भी आपको अच्छा लेग, हेड और शोल्डर रूम मिलता है। तीन सामान्य कद-काठी के लोगों को पीछे बैठने में दिक्कत नहीं होती। हालांकि, बूट स्पेस आपको इसकी जरूर कम लगेगी।

फीचर्स की लिस्ट लंबी
एबीएस-ईबीडी, कॉर्नर ब्रेकिंग कंट्रोल, ऑल फोर डिस्क ब्रेक, टायर पोजिशन डिस्प्ले (दिखता है कि टायर पोजिशन किस ओर है), स्मार्ट स्टीयरिंग सिस्टम (अलग कंडिशन के हिसाब से स्टियरिंग फीडबैक मिलता है) जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड मिलते हैं।

टॉप वेरियंट्स में जाएंगे तो 7 एयरबैग्स, फ्रंट पार्किंग सेंसर्स, हीटेड ORVMs, सनरूफ, पार्किंग कैमरा विद डायनैमिक असिस्ट, टायर ट्रॉनिक्स (एयर प्रेशर बताता है), पुश बटन स्टार्ट, ऑटो डिमिंग IRVM, ड्यूल जोन क्लाइमेट कंट्रोल, क्रूज कंट्रोल, माइक्रो हाइब्रिड तकनीक, 17 इंच डायमंड कट अलॉय वील, ESP, HSA, 7 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम विद ऐपल कार प्ले ऐंड ऐंड्रॉयड ऑटो जैसे फीचर्स की लंबी लिस्ट मिलती है।

इन सबका कॉम्बिनेशन इसे एक काबिल, प्रीमियम, सेफ और कंफर्टेबल एसयूवी बनाता है। महिंद्रा ने इसका कोई बेसिक मॉडल नहीं उतारा है, इसलिए इसकी कीमत कॉम्पिटिशन के मुकाबले थोड़ा ऊपर से शुरू होती है।

परफॉर्मेंस
1.5 लीटर का डीजल इंजन करीब 115 बीएचपी की पावर और 300 एनएम का सेगमेंट बेस्ट टॉर्क देता है। ये फिगर्स आपको गाड़ी को चलाते ही महसूस होने लगते हैं। खासतौर पर 300 एनएम का टॉर्क आपको फन ड्राइविंग का पूरा मौका देता है, शहर की सड़कें हों या फिर हाइवे पर तेज चलते ट्रैफिक के बीच ओवरटेकिंग, यह इंजन कहीं आपको निराश नहीं करता है।

मगर यहां हम खासतौर पर 1.2 लीटर के टर्बो चार्ज्ड पेट्रोल इंजन की बात करना चाहेंगे, क्योंकि महिंद्रा को अब तक डीजल इंजन के लिए ही जाना जाता था। 1.2 लीटर का यह इंजन न सिर्फ अपने सेगमेंट में सबसे ज्यादा पावरफुल है, बल्कि स्मूद भी है। यह इंजन भी हमें सिटी और हाइवे दोनों के हिसाब से अच्छा परफॉर्मर लगा। जहां तक राइड कम्फर्ट की बात है, तो यह इसमें अच्छी मिलती है और हैंडलिंग के मामले में भी यह ठीक परफॉर्म करती है, हालांकि बॉडी रोल के चलते तीखे मोड़ों पर उतना कॉन्फिडेंस नहीं आता है।

किनसे है मुकाबला
सीधा मुकाबला इस सेगमेंट की सबसे मजबूत खिलाड़ी मारुति सुजुकी विटारा ब्रेजा के अलावा फोर्ड इकोस्पोर्ट, टाटा नेक्सॉन, होंडा WR-V जैसी गाड़ियों से रहेगा। 21 तारीख को ह्यूंदै भी इसी सेगमेंट में अपनी गाड़ी वेन्यू लेकर आ रही है।

मुकाबला यकीनन कड़ा है, लेकिन एक्सपर्ट्स यह मानते हैं कि किसी सेगमेंट से ज्यादा अच्छे प्रोडक्ट्स आते हैं, तो वो पूरा सेगमेंट ही ग्रो करता है, यानी सबके पास अपनी जगह बनाने का मौका है।