फिजिक्स ओलंपियाड में पहली बार भारत के 5 छात्रों को गोल्ड, 4 कोटा के

0
1911

कोटा। स्पेल बी के बाद अब भारतीय छात्रों ने इंटरनेशनल फिजिक्स ओलंपियाड (आईपीएचओ ) में भी अपना लोहा साबित किया है। फिजिक्स ओलंपियाड के इतिहास में पहली बार भारत के पांचों स्टूडेंट्स ने गोल्ड जीता है। इस ओलंपियाड में भारत 21 साल से भाग ले रहा है। इससे पहले भारत की इस ओलंपियाड में सबसे बड़ी उपलब्धि चार गोल्ड व एक सिल्वर मेडल की रही है।

आईपीएचओ में मुंबई के भास्कर गुप्ता, कोटा के लय जैन, राजकोट के निशांत अभांगी, जयपुर के पवन गोयल व कोलकाता के सिद्धार्थ तिवारी ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इसमें से भास्कर गुप्ता, लय जैन, निशांत अभांगी व पवन गोयल ने कोटा में रहकर कोचिंग की थी। आईपीएचओ पिछले सप्ताह पुर्तगाल के लिस्बन में आयोजित हुआ था। आईपीएचओ में पूरे विश्व के 86 देशों के 396 विद्यार्थियों ने भाग लिया था, जिसमें 42 विद्यार्थियों ने गोल्ड मैडल हासिल किए।

होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन के वैज्ञानिक अधिकारी प्रवीण पाठक ने बताया कि इस ओलंपियाड में भारत साल 1998 से भाग ले रहा है। पहली बार ऐसा हुआ है कि टीम के पांचों विद्यार्थियों ने गोल्ड मैडल पर कब्जा किया है। इससे पूर्व तीन बार भारत को चार-चार गोल्ड मैडल व एक सिल्वर मैडल मिल चुका है। गोल्ड मैडल प्राप्त करने वाले स्टूडेंट पवन गोयल ने जेईई-एडवांस्ड में ऑल इंडिया चौथी, लय जैन ने 9वीं व भास्कर गुप्ता ने 30वीं रैंक हासिल की थी।

सिद्धार्थ का प्रदर्शन भी अच्छा रहा था। इन चार विद्यार्थियों में से तीन आईआईटी मुंबई में एडमिशन ले चुके हैं, जबकि लय जैन का मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में चयन हो चुका है। वह एमआईटी से कम्प्यूटर साइंस एंड फिजिक्स की पढ़ाई करेगा। सभी प्रतियोगियों में सबसे छोटे 16 वर्षीय निशांत अभांगी इससे पूर्व राष्ट्रपति पुरस्कार और इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलंपियाड में भी गोल्ड मैडल प्राप्त कर चुके हैं।

इसीलिए महत्वपूर्ण है ओलंपियाड
ओलंपियाड में भारतीय शिक्षा पैटर्न व स्टूडेंट्स की तुलना अन्य देशों के स्टूडेंट्स से होती है। इस प्रतियोगिता में मुख्यत: 11वीं व 12वीं के ही स्टूडेंट्स भाग लेते हैं। इससे यह भी पता चलता है कि भारत की शुरुआती शिक्षा विश्व में किस स्तर की है। मुख्य रूप से केमेस्ट्री, फिजिक्स, मैथ्स, बॉयोलाजी, अर्थ साइंसेज, एस्ट्रोनॉमी और जूनियर साइंस ओलंपियाड आयोजित किए जाते हैं।

1 लाख स्टूडेंट्स में से 5 का होता है सलेक्शन
इंटरनेशनल ओलंपियाड में सलेक्शन के लिए होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन एग्जाम करवाता है। जोनल व नेशनल लेवल पर सलेक्शन के बाद ओरिएंटेशन कैंप आयोजित किया जाता है। जोनल लेवल पर करीब एक लाख स्टूडेंट्स बैठते हैं। ओरिएंटेशन कैंप के लिए पूरे देश से 32 छात्रों का सलेक्शन होता है। इसमें से पांच स्टूडेंट्स का सलेक्शन इंटरनेशनल ओलंपियाड के लिए होता है।