Auto Expo 2025 में कल से दुनिया की बेहतरीन बाइक्स एवं EVs का दिखेगा जलवा

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नई दिल्ली। Auto Expo 2025: हर दो साल बाद होने वाली सबसे बड़ी भारतीय वाहन प्रदर्शनी ऑटो एक्सपो का आगाज शुक्रवार को नई दिल्ली में होगा। इस बार सबकी नजरें नए इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) और चीन की मौजूदगी पर रहेंगी। एक्सपो में ईवी सहित 40 से अधिक नए मॉडल उतारे जाने या उनकी झलक दिखाए जाने की संभावना है। इसमें तमाम बड़ी देसी-विदेशी वाहन कंपनियां हिस्सा लेंगी।

भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो नाम से हो रहे छह दिन के कार्यक्रम से भू-राजनीतिक तनाव भी कम होने की उम्मीद है क्योंकि बताया जाता है कि विदेश मंत्रालय ने चीन की वाहन कंपनियों और कलपुर्जा निर्माताओं को भी भागीदारी की इजाजत दे दी है। चर्चा है कि चीन की साइक मोटर और जेएसडब्ल्यू समूह की साझी उपक्रम जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया और बीवाईडी इंडिया को भी आमंत्रित किया गया है।

उद्योग सूत्रों का कहना है कि इस बार दिल्ली की कड़कड़ाती ठंड में 22 जनवरी तक चलने वाले एक्सपो में करीब 40 नए उतारे या दिखाए जाएंगे। साल 2024 में यात्री वाहनों की थोक बिक्री 4.5 फीसदी बढ़कर 43 लाख वाहन तक पहुंच गई। वाहन विनिर्माताओं को 2025 के दौरान बिक्री में महज एक अंक में वृद्धि होने की उम्मीद है।

अगले दो वर्षों के दौरान ईवी की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि होने का अनुमान है। वाहन कंपनियों का कहना है कि 2025 में करीब 1 लाख ईवी बिकेंगे और अगले दो साल के भीतर आंकड़ा दोगुना हो जाएगा। ह्युंडै मोटर इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने कहा कि इस समय देश के भीतर कुल वाहनों में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी करीब 2.4 फीसदी है, जिसके 2030 तक बढ़कर 17 फीसदी तक पहुंच जाने की उम्मीद है। ह्युंडै अपनी सबसे अधिक बिकने वाली एसयूवी क्रेटा का इलेक्ट्रिक मॉडल उतारने जा रही है।

मारुति सुजूकी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, ह्युंडै और जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर्स भारत में इस साल कई ईवी लाने की तैयारी में हैं। लक्जरी कार कंपनियां भी कई ईवी उतारने जा रही हैं। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस साल भारत में 15 से 20 इलेक्ट्रिक यात्री वाहन उतारे जा सकते हैं, जिनमें लक्जरी कार भी शामिल होंगी। पिछले साल 7 से 8 लक्जरी ईवी उतारे गए थे। पिछले ऑटो एक्सपो में टाटा हैरियर ईवी, टाटा सिएरा ईवी और मारुति की इलेक्ट्रिक एसयूवी ई विटारा दिखाई गई थीं। इस साल ये सभी मॉडल बाजार में आने की उम्मीद है।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव विमल आनंद ने हाल में संवाददाताओं से कहा था कि इस साल का ऑटो एक्सपो पहली बार तीन जगहों- नई दिल्ली के भारत मंडपम, दक्षिण पश्चिम दिल्ली में द्वारका के यशोभूमि कॉन्वेंशन सेंटर और ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट- पर आयोजित हो रहा है। पिछली बार ऑटो एक्सपो ग्रेटर नोएडा में हुआ था।

इस साल ऑटो एक्सपो में 25 कार एवं दोपहिया वाहन कंपनियां भाग ले रही हैं। इनमें मारुति सुजूकी, टाटा मोटर्स, ह्युंडै मोटर इंडिया, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, किया, जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर्स, फोक्सवैगन, मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू, ऑडी, वियतनाम की ईवी कंपनी विनफास्ट और चीन की कंपनी बीवाईडी शामिल हैं। मेले में शिरकत करने वाली प्रमुख दोपहिया विनिर्माताओं में बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, होंडा मोटरसाइकल ऐंड स्कूटर्स इंडिया, यामाहा, सुजूकी मोटरसाइकल एवं टीवीएस के अलावा ओला इलेक्ट्रिक और एथर एनर्जी जैसी नई कंपनियां भी शामिल हैं।

ऑटो एक्सपो का मुख्य आकर्षण ईवी के अलावा विनफास्ट और बीवाईडी की मौजूदगी होगा। विनफास्ट तमिलनाडु के तुत्तुकुड़ी में अपना ईवी असेंबली कारखाना लगा रही है। वह दुनिया भर में बिकने वाले अपने ईवी दिखाएगी, जिनमें कॉम्पैक्ट-मिनी एसयूवी वीएफ 3 और वीएफ 9 शामिल हैं। इसके अलावा वह एसयूवी, इलेक्ट्रिक स्कूटर और कॉन्सेप्ट इलेक्ट्रिक पिकअप वीएफ वाइल्ड भी दिखाएगी।

भारतीय इलेक्ट्रिक बाजार में तेजी से पैठ बढ़ा रही बीवाईडी भी अपने प्रमुख वैश्विक मॉडल दिखाएगी। बीवाईडी इंडिया के प्रमुख (इलेक्ट्रिक पीवी कारोबार) राजीव चौहान ने कहा, ‘हमारे ख्याल में भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 जैसे आयोजन भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की पैठ बढ़ाने के लिहाज से बहुत अहम हैं। इसमें प्रमुख कंपनियां एक साथ आएंगी और बीवाईडी को इसमें शिरकत कर गौरव होगा।’

विदेश मंत्रालय द्वारा 13 दिसंबर को जारी एक पत्र में कहा गया है ऑटो एक्सपो के आयोजकों में शामिल इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईईपीसी) को बताया गया कि इसमें चीन समेत 42 देशों के प्रतिनिधि भाग ले सकते हैं। यह निर्णय चीन के नागरिकों पर वर्षों से लगे वीजा प्रतिबंधों के बाद आया है। साल 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई सैन्य झड़प के कारण द्विपक्षीय तनाव बढ़ गया था।

इस आयोजन में चीन की भागीदारी महत्त्वपूर्ण है क्योंकि वह विशेष रूप से ईवी प्रौद्योगिकी, बैटरी एवं अन्य कच्चे माल की आपूर्ति श्रृंखला में अहम हिस्सेदारी रखता है। वाहन उद्योग के लिए भी चीन काफी अहम है क्योंकि भारत में इस्तेमाल होने वाले वाहन कलपुर्जों में उसकी हिस्सेदारी करीब 30 फीसदी है। हाल में सरकार ने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के तहत काम करने वाले चीन के नागरिकों के लिए वीजा जारी करने में भी ढील दी है।

2023 में हुआ पिछला ऑटो एक्सपो कुछ फीका रहा था। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, फोक्सवैगन, स्कोडा, होंडा कार्स, निसान एवं रेनो ने 2023 के ऑटो एक्सपो में भाग नहीं लिया था। मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू, ऑडी, वॉल्वो, पोर्शा, लंबर्गिनी और जगुआर लैंड रोवर जैसी लक्जरी वाहन कंपनियां तथा हीरो मोटोकॉर्प, होंडा मोटरसाइकल ऐंड स्कूटर इंडिया, बजाज ऑटो, टीवीएस मोटर कंपनी एवं रॉयल एनफील्ड जैसी दोपहिया कंपनियां भी नदारद थीं। उद्योग सूत्रों ने बताया कि आयोजन के भारी-भरकम शुल्क आदि के कारण ऐसा हुआ था। मगर इस साल अधिकतर वाहन कंपनियां ऑटो एक्सपो में शिरकत करेंगी।