नई दिल्ली। GST Collection: चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अब तक वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 9.3 प्रतिशत बढ़कर 14.56 लाख करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल अप्रैल-नवंबर की अवधि में कर संग्रह 13.32 लाख करोड़ रुपये था।
जीएसटी संग्रह में उछाल भारत की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक है। यह इजाफा मजबूत घरेलू खपत और उछाल वाली आयात गतिविधियों के कारण संभव हुआ है। ये आंकड़े देश के राजकोषीय स्वास्थ्य और आर्थिक सुधार प्रयासों के लिए अच्छे हैं, जो वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच लचीलेपन का संकेत देते हैं।
इस साल अप्रैल में कुल जीएसटी संग्रह 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान कुल सकल जीएसटी संग्रह 20.18 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 11.7 प्रतिशत अधिक है। देश में 1 जुलाई 2017 से वस्तु एवं सेवा कर लागू किया गया था।
आम लोगों को राहत देने के लिए हेयर ऑयल, टूथपेस्ट, साबुन, डिटर्जेंट और वाशिंग पाउडर, गेहूं, चावल, दही, लस्सी, छाछ, कलाई घड़ी, 32 इंच तक के टीवी, रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन, मोबाइल फोन जैसी चीजों पर जीएसटी दरों में काफी कटौती की गई है या कुछ पर इसे शून्य स्तर पर रखा गया है।
सितंबर में पिछली जीएसटी परिषद की बैठक में, नमकीन उत्पादों के लिए कर की दर 18 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत कर दी गई थी। तीन प्रमुख कैंसर दवाओं पर कर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया था।