विकसित हो रहे इवेंट मैनेजमेंट व्यवसाय में गुणवत्ता भी जरूरी: अशोक माहेश्वरी

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कोटा। कोटा इवेंट एसोसियेशन की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का एक कार्यक्रम मंगलवार को एक रिसोर्ट पर संपन्न हुआ। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव एवं होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने कहा कि इवेंट मैनेजमेंट आज समाज की महत्व आवश्यकता हो गई है, जिसमें हजारों युवाओं को रोजगार मिल रहा है।

माहेश्वरी ने कहा कि आज हर शादी समारोह रिंग सेरेमनी जन्मदिन बर्थडे पार्टी या रिसेप्सन अन्य कहीं विशेष आयोजनों मे इवेंट मैनेजमेंट आवश्यक हो गया है। डेस्टिनेशन शादियों का प्रचलन बढ़ा है। हमें हमारे हाडोती क्षेत्र को पूर्ण विकसित करना होगा। पर्यटन के क्षेत्र में विकास करना होगा। हमारे यहां से कई शादियां उदयपुर, जयपुर एवं रणथंभोर में जाती हैं। जिसका मुख्य कारण शादी-ब्याह मे आने वाले देश भर के मेहमानों का वहां के आर्कषक पर्यटन स्थलों का भ्रमण करना है।

उन्होंने कहा कि कोटा पर्यटन नगरी मे पूर्ण विकसित हो जाती है तो बाहर से डेस्टिनेशन शादियां भी कोटा मे होने लगेगी और यहां से बाहर जाने वाली शादियां भी कोटा में होने लगेगी। माहेश्वरी ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि इवेन्ट मैनेजमेंट में एसोसिएशन गुणवत्तापूर्ण एवं रियायती दरों पर अच्छा काम करे।

उन्होंने कहा कि आज भी पूरे राज्य में हाड़ौती में डेस्टीनेशन शादियां करने वालों के लिए सबसे कम पैकेज है। साथ ही होटल फेडरेशन कोटा को सम्पूर्ण पर्यटन नगरी बनाने का प्रयास कर रहा है। आज राजस्थान का ही उदयपुर शहर पूरे देश मे डेस्टीनेशन मैरिज में नम्बर वन है, जहां डेस्टीनेशन मैरिज से हजारों करोड का सालाना टर्नओवर है। कोटा इवेंट एसोसिएशन करेगी वेड इन कोटा की थीम पर काम

कोटा की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के प्रयास होंगे
एसोसिएशन के अध्यक्ष निलेश अग्रवाल ने कहा कि कोटा इवेंट एसोसिएशन की ओर से वेड इन कोटा की थीम पर काम करते हुए हाड़ौती क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काम किया जाएगा। साथ ही, कोटा की अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने व पर्यटन से जोड़ने और स्टूडेंट में आत्मविश्वास की प्रवृत्ति को बढ़ाने के लिए विशेष इवेंट ऑर्गेनाइज किए जाएंगे।

वेड इन कोटा अभियान चलाया जाएगा
हाडोती क्षेत्र पर्यटन की संभावनाओं से समृद्ध है। यहां की खूबसूरत वादियां और चंबल के किनारे हर किसी को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त हैं। इसके बावजूद प्रतिवर्ष कोटा से बड़ी संख्या में डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए लोग बाहर चले जाते हैं। जिससे कोटा और आसपास का 20 से 40 करोड़ का रेवेन्यू भी हाड़ौती से बाहर शिफ्ट हो जाता है। ऐसे में, यहां का रोजगार भी प्रभावित होता है। कोटा इवेंट एसोसिएशन की ओर से आने वाले दिनों में हाड़ौती के पर्यटन का जोर-शोर से प्रचार करते हुए वेड इन कोटा अभियान चलाया जाएगा। जिससे कोटा को होने वाले रेवेन्यू के नुकसान से बचाया जा सके और यहां की अर्थव्यवस्था को समृद्ध किया जा सके।

हाड़ौती में पर्याप्त प्रतिभाएं
उपाध्यक्ष स्वप्निल गुप्ता तथा कमल शर्मा ने बताया कि हाड़ौती क्षैत्र में पर्याप्त प्रतिभाएं हैं। जो रोजगार के अभाव में बाहर चली जाती हैं। एसोसिशन स्थानीय लोक कलाकार व शिल्पकारों और कारीगरों को प्रोत्साहित कर ग्रामीण उत्थान जैसे विषयों पर सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। वहीं महिलाओं की सुरक्षा, बच्चों के विकास पर भी आयोजन किए जाएंगे।सचिव अंकित जांगिड़ ने बताया कि मूक बधिर विद्यालय और वृद्ध आश्रम जैसे स्थानों पर सोशल वर्क के साथ इवेंट और कल्चरल प्रोग्राम करके मनोरंजन के साथ खुशी के पल बांटने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही चैरिटी प्रोग्राम के द्वारा वृद्ध आश्रम, अनाथालय और मूक बधिर विद्यालय में आर्थिक सहयोग भी किया जा सकेगा।

रोजगार के अवसरों को दुगना करने के लिए प्रयास
कोषाध्यक्ष शुभदीप शर्मा तथा सिद्धार्थ जैन ने बताया कि इवेंट इंडस्ट्री में तकरीबन 50-60 हजार लोगों को प्रतिवर्ष प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है। इसके अलावा भी अप्रत्यक्ष रूप से बड़ी संख्या में लोग इस क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। एसोसिएशन विभिन्न माध्यमों के द्वारा इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाते हुए रोजगार के अवसरों को दुगना करने के लिए प्रयास करेगी। संरक्षक अंकित ओझा ने बताया कि एसोसिएशन प्रयासपूर्वक इवेंट इंडस्ट्री के स्तर को ऊंचे मानकों तक बढ़ाने और ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता की सेवाएं प्रदान करने के बेहतर मानकों को सुनिश्चित करने के लिए कार्य करेगी।

पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम
सांस्कृतिक सचिव कुलदीप सिंह और प्रवक्ता अशोक योगी ने बताया कि संगठन की ओर से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम किया जाएगा। वही भोजन की बर्बादी को रोकने के लिए उचित प्रबंध किया जाएगा। सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों पर आधारित इवेंट्स डिजाइन किए जाएंगे। एसोसिएशन की ओर से सामाजिक कार्य करते हुए प्रतिवर्ष 1000 पौधे विभिन्न स्थानों पर रोपे जाएंगे। जिनमें बड़ी संख्या में छायादार पौधे होंगे। प्रदूषण रोकने के लिए लगाए जाएंगे।