कोटा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए ) द्वारा देश देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल इलेजिब्लिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट यूजी -2021) रविवार को हुई। परीक्षा में अभूतपूर्व सुरक्षा व कोविड सावधानियों का पालन किया गया। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि नीट का पेपर रविवार दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक आयोजित हुआ। कोटा में 56 परीक्षाकेन्द्रों पर परीक्षा हुई।
नीट 2021 का पेपर गत वर्ष की तुलना में स्तरीय रहा। हर विषय में सवाल अच्छे और लेन्दी थे, जिससे समय अधिक लगा। डिफीकल्टी लेवल गत वर्ष की तुलना में अधिक था। पेपर एनसीईआरटी बेस्ड रहा। बॉयलोजी में कुछ टॉपिक्स जैसे जेनेटिक्स,सेल बायोलॉजी, बायोमोलीक्युल्स व इकोलॉजी ऐसे रहे जिनके सवाल बॉटनी में भी आए और जूलॉजी में भी आए।
फिजिक्स
फिजिक्स के पेपर में कुल 50 प्रश्न पूछे गए थे। सबसे ज्यादा 20 प्रश्न इलेक्ट्रोडायनेमिक्स टॉपिक से पूछे गए। इसी प्रकार मैकेनिक्स से 15, हीट से 2, एसएचएम वेव्ज से 2, ऑप्टिक्स से 4 एवं मॉडर्न फिजिक्स एंड इलेक्ट्रोनिक्स से कुल 7 प्रश्न आए। सेक्शन ए में 35 व सेक्शन बी में 15 प्रश्न पूछे। सेक्शन ए में 11वीं कक्षा के सिलेबस से 11 व 12वीं कक्षा के सिलेबस से 14 प्रश्न आए। सेक्शन ए में 12 प्रश्न आसान, 20 प्रश्नों का स्तर मध्यम एवं तीन प्रश्नों का स्तर कठिन रहा। इसी प्रकार सेक्शन बी में 11वीं कक्षा के सिलेबस से 6 एवं 12वीं से 9 प्रश्न आए। सेक्शन बी में 3 प्रश्नों का स्तर आसान, 6 मध्यम एवं 6 का स्तर कठिन रहा।
कैमिस्ट्री
कैमिस्ट्री के पेपर का लेवल 2020 की तुलना में थोड़ा ज्यादा कठिन रहा। एलन के मॉड्यूल्स से सभी प्रश्न कवर हुए हैं। फिजीकल कैमिस्ट्री से 16, इनऑर्गेनिक कैमिस्ट्री से 17 एवं ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री से 17 प्रश्न पूछे गए। सेक्शन ए में 35 प्रश्न आए, जिसमें 11वीं कक्षा के सिलेबस से 15 एवं 12वीं कक्षा से 20 प्रश्न आए। सेक्शन में 14 प्रश्नों का स्तर आसान, 17 मध्यम एवं 4 कठिन स्तरीय रहे। इसी प्रकार सेक्शन बी में कुल 15 प्रश्न आए। जिसमें 11वीं कक्षा के सिलेबस से 5 एवं 12वीं से 10 प्रश्न आए। कुल 5 प्रश्नों का स्तर आसान, 7 का स्तर मध्यम एवं तीन आसान स्तरीय रहे।
बॉयलोजी
बॉयलोजी के पेपर का कवरेज लगभग 90 प्रतिशत एनसीईआरटी बेस्ड रहा। पेपर में इस बार सबसे ज्यादा प्रश्न सेल बॉयलोजी, बॉयोमोलीक्यूल्स एवं जेनेटिक्स से पूछे गए। इसके अलावा तीनों टॉपिक के प्रश्न बोटनी व जूलॉजी दोनों में पूछे गए। इकोलॉजी के प्रश्न भी बोटनी व जूलॉजी दोनों में पूछे गए। कुछ प्रश्नों के मुद्रण में त्रुटि थी। प्लांट किंग्डम में प्रश्न के मुद्रण में गलती से अर्थ गलत हो रहा था। फ्लोरल फार्मूला के प्रश्न में प्रश्न की संख्या गलत दी हुई थी तथा एक प्रश्न में हिन्दी अनुवाद की गलती भी रही।